दक्षिण कोरिया में डेटा सुरक्षा नियमों को कड़ा करने की तैयारी: कूपांग साइबर हमले के बाद सरकार सख्त
दक्षिण कोरिया की सरकार ने देश में डेटा सुरक्षा कानूनों को सख्त करने की दिशा में कदम तेज़ कर दिए हैं। यह पहल देश की प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनी कूपांग (Coupang) पर हुए बड़े साइबर हमले के बाद शुरू की गई है, जिसमें लगभग 3.37 करोड़ उपयोगकर्ताओं की व्यक्तिगत जानकारी से समझौता हुआ। प्रधानमंत्री ली नाक-योन ने संसद से अपील की है कि वे उन कंपनियों पर कठोर दंड लागू करें जो उपभोक्ता डेटा की सुरक्षा में लापरवाही बरतती हैं।
कूपांग पर बड़ा साइबर हमला, करोड़ों उपभोक्ताओं की जानकारी लीक
कूपांग ने 18 नवंबर 2025 को इस डेटा उल्लंघन का पता लगाया। जांच में पता चला कि 24 जून 2025 से विदेशी सर्वरों के माध्यम से अनधिकृत पहुंच जारी थी। लीक हुए डेटा में उपयोगकर्ताओं की मूल व्यक्तिगत जानकारी शामिल है, हालांकि कंपनी का दावा है कि भुगतान विवरण सुरक्षित हैं। कूपांग ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगते हुए अपने ग्राहकों को फिशिंग और धोखाधड़ी से सतर्क रहने की सलाह दी है।
सरकार की सख्त चेतावनी और संभावित कानून संशोधन
प्रधानमंत्री ली नाक-योन ने स्पष्ट कहा कि डेटा सुरक्षा में लापरवाही बरतने वाली कंपनियों को अब कठोर दंडात्मक कार्रवाई का सामना करना होगा। उन्होंने यह भी जोर दिया कि डिजिटल अर्थव्यवस्था का आधार भरोसा है, और इसके बिना नवाचार टिक नहीं सकता। प्रधानमंत्री के बयान के बाद देश में डेटा गोपनीयता कानूनों के पुनर्गठन पर व्यापक बहस छिड़ गई है।
दक्षिण कोरिया का डेटा गोपनीयता ढांचा
दक्षिण कोरिया का पर्सनल इन्फॉर्मेशन प्रोटेक्शन एक्ट (Personal Information Protection Act) दुनिया के सबसे सुदृढ़ डेटा शासन कानूनों में गिना जाता है। फिर भी, विशेषज्ञों का मानना है कि इस कानून के प्रवर्तन और दंडात्मक प्रावधानों में अब तक पर्याप्त कठोरता नहीं दिखाई गई है। कूपांग उल्लंघन, जो पहले हुए एसके टेलीकॉम डेटा लीक (23.2 मिलियन उपयोगकर्ता) से कहीं बड़ा है, ने इन कानूनों की प्रभावशीलता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- कूपांग डेटा लीक से 3.37 करोड़ उपयोगकर्ता खातों की जानकारी प्रभावित हुई।
- अनधिकृत पहुंच की शुरुआत 24 जून 2025 से हुई मानी जा रही है।
- दक्षिण कोरिया में डेटा गोपनीयता को Personal Information Protection Act के तहत विनियमित किया जाता है।
- यह घटना एसके टेलीकॉम लीक (2.32 करोड़ उपयोगकर्ता) से भी अधिक गंभीर मानी जा रही है।
उद्योग की प्रतिक्रिया और चल रही जांच
कूपांग ने साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों की मदद से एक विस्तृत जांच शुरू की है और नियामक एजेंसियों व कानून प्रवर्तन संस्थाओं के साथ सहयोग कर रहा है। कंपनी ने नवंबर में 4,500 उपयोगकर्ताओं को प्रभावित करने वाले एक छोटे डेटा लीक की भी सूचना दी थी। इस नवीनतम हमले ने दक्षिण कोरिया के तकनीकी क्षेत्र में डेटा सुरक्षा मानकों की व्यापक समीक्षा को प्रेरित किया है।