थियोडोर बास्करन ने सैंक्चुअरी लाइफटाइम सर्विस अवार्ड 2020 जीता

एस. थियोडोर बास्करन जो एक लेखक, इतिहासकार, प्रकृतिवादी और एक कार्यकर्ता हैं, ने सैंक्चुअरी लाइफटाइम सर्विस अवार्ड, 2020 जीता है। इस पुरस्कार की स्थापना सैंक्चुअरी नेचर फाउंडेशन द्वारा की गई थी।

मुख्य बिंदु

थियोडोर बास्करन को वन्यजीव संरक्षण के प्रति समर्पण के मद्देनजर इस पुरस्कार के लिए चुना गया है। उन्होंने अंग्रेजी और तमिल में पर्यावरण संरक्षण के बारे में लिखने के लिए चुन गया है।

एस. थियोडोर बास्करन

  • उनका जन्म 1940 में तमिलनाडु में हुआ था।
  • वह एक भारतीय फिल्म इतिहासकार और एक वन्यजीव संरक्षणवादी हैं।उन्होंने सेंट जोहन्स कॉलेज, पलायमकोट्टई में अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी की थी।
  • उन्होंने वर्ष 1960 में मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज से इतिहास में बीए (ऑनर्स) की डिग्री प्राप्त की।
  • उन्होंने तमिलनाडु राज्य अभिलेखागार में शोधकर्ता के रूप में काम किया।
  • बाद में, वर्ष 1964 में, वह भारतीय डाक सेवा में विभागीय अधीक्षक के रूप में शामिल हुए।
  • उन्होंने शिलांग में 1971 भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान “युद्ध प्रयासों के लिए विशेष अधिकारी” के रूप में भी काम किया।

पुस्तकें

अंग्रेजी भाषा में उनकी कुछ पुस्तकों में शामिल हैं- डांस ऑफ़ द सार्स: एसेज ऑफ़ ए वांडरिंग नेचुरलिस्ट; बुक ऑफ़ इंडियन डॉग्स,  डे विद शमा :  एसेज ऑन नेचर।

Originally written on February 16, 2021 and last modified on February 16, 2021.

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