थाईलैंड की रानी माता सिरिकित का निधन: एक युग का अंत
थाईलैंड की पूर्व रानी और वर्तमान सम्राट वजिरालोंगकोर्न की माता, रानी माता सिरिकित का शुक्रवार को 93 वर्ष की आयु में निधन हो गया। ग्रामीण विकास, पारंपरिक शिल्पों के संरक्षण और पर्यावरणीय सुरक्षा के लिए समर्पित रहीं रानी सिरिकित को थाईलैंड में “राष्ट्र की मां” के रूप में जाना जाता था। उनके निधन के बाद पूरे देश में शोक की लहर फैल गई है और शाही परिवार के सदस्यों के लिए एक वर्ष का शोक काल घोषित किया गया है।
एक प्रेरणादायक जीवन यात्रा
12 अगस्त 1932 को बैंकॉक के एक कुलीन परिवार में जन्मी सिरिकित किटियाकार ने अपने जीवन में कई भूमिकाएं निभाईं — एक रानी, एक मां, एक संरक्षक और एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में। उनका बचपन द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान बैंकॉक में बीता, जिसके बाद वह अपने राजनयिक पिता के साथ फ्रांस चली गईं। वहीं पर उनकी मुलाकात युवराज भूमिबोल अदुल्यादेज़ से हुई, जो बाद में थाईलैंड के सबसे लंबे समय तक शासन करने वाले सम्राट बने।
1950 में विवाह के बाद, रानी सिरिकित ने शाही जिम्मेदारियों को गंभीरता से निभाया। 1970 के दशक में, उन्होंने अपने पति के साथ देश के दूरदराज़ क्षेत्रों की यात्रा की, जहां उन्होंने ग्रामीण गरीबी, जनजातीय समुदायों में अफीम की लत और उग्रवाद जैसे मुद्दों पर काम किया। रानी द्वारा स्थापित SUPPORT फाउंडेशन ने पारंपरिक हस्तशिल्पों को संरक्षित किया और ग्रामीणों को स्वरोजगार के अवसर दिए।
सामाजिक योगदान और पर्यावरणीय पहल
रानी सिरिकित न केवल सामाजिक बल्कि पर्यावरणीय मुद्दों पर भी सक्रिय थीं। उन्होंने वन संरक्षण, वन्यजीव सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण के अनेक कार्यक्रमों को बढ़ावा दिया। उनका विश्वास था कि शाही परिवार की भूमिका केवल प्रतीकात्मक नहीं, बल्कि समाज को दिशा देने वाली होनी चाहिए।
उनकी पोशाक की रुचि और ग्रामीण महिलाओं के साथ आत्मीय व्यवहार ने उन्हें “बेटी” के रूप में लोकप्रिय बना दिया। थाईलैंड में हर साल 12 अगस्त को उनका जन्मदिन “मदर्स डे” के रूप में मनाया जाता है, जो उनके प्रति लोगों के स्नेह का प्रतीक है।
राजनीतिक पहलुओं में उपस्थिति
हालांकि रानी सिरिकित आमतौर पर अपने पति और पुत्र की तुलना में कम प्रमुख थीं, लेकिन उनकी राजनीतिक उपस्थिति भी समय-समय पर चर्चा में रही। विशेषकर सैन्य तख्तापलट और विरोध प्रदर्शनों के समय, उनकी भूमिका को लेकर कई बार सवाल उठे। एक प्रदर्शनकारी के अंतिम संस्कार में उनकी उपस्थिति को राजनीतिक संकेत के रूप में देखा गया।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- रानी सिरिकित थाईलैंड की सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाली रानियों में से एक थीं।
- SUPPORT फाउंडेशन की स्थापना उन्होंने 1976 में की थी, जिसका उद्देश्य पारंपरिक शिल्पों का संरक्षण था।
- उनका जन्मदिन, 12 अगस्त, थाईलैंड में आधिकारिक “मदर्स डे” के रूप में मनाया जाता है।
- वह फ्रांस में अध्ययन के दौरान राजा भूमिबोल से मिली थीं, जिनसे उनका विवाह 1950 में हुआ।
रानी माता सिरिकित का निधन थाईलैंड के लिए एक युग के अंत जैसा है। उन्होंने न केवल शाही जीवन जीया, बल्कि समाज के जमीनी स्तर तक बदलाव लाने में सक्रिय भूमिका निभाई।