थाईलैंड का ब्रिक्स में शामिल होने का औपचारिक आग्रह और भारत की भूमिका
थाईलैंड ने औपचारिक रूप से ब्रिक्स में शामिल होने की अपनी आकांक्षा प्रकट की है और 2026 में भारत की अध्यक्षता से पहले नई दिल्ली से समर्थन की उम्मीद जताई है। यह घोषणा नई दिल्ली में आयोजित थाईलैंड के राष्ट्रीय दिवस समारोह के दौरान की गई, जहाँ थाईलैंड ने समावेशी बहुपक्षीयता और दक्षिण–दक्षिण सहयोग को सुदृढ़ करने की अपनी प्रतिबद्धता भी रेखांकित की। इस पहल से स्पष्ट है कि बढ़ते वैश्विक प्रभाव वाले ब्रिक्स समूह में शामिल होने की इच्छा अब अधिक देशों में तेजी से बढ़ रही है।
ब्रिक्स सदस्यता के प्रति थाईलैंड की औपचारिक रुचि
थाई राजदूत चवणार्ट थांगसुमफन्ट ने कहा कि थाईलैंड ब्रिक्स को न्यायसंगत वैश्विक शासन के लिए एक उपयोगी मंच के रूप में देखता है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि थाईलैंड अपनी सदस्यता की आकांक्षा भारत के साथ साझेदारी में आगे बढ़ाना चाहता है, जो ब्रिक्स का संस्थापक सदस्य है और 2026 में अगला शिखर सम्मेलन आयोजित करेगा। ब्रिक्स के विस्तार को देखते हुए कई देशों ने हाल के वर्षों में इस संगठन के साथ जुड़ने में नई रुचि दिखाई है।
भारत–थाईलैंड रणनीतिक साझेदारी का सुदृढ़ होना
पिछले कुछ वर्षों में भारत और थाईलैंड के बीच द्विपक्षीय संबंधों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 2024 में हुई आधिकारिक यात्रा के दौरान दोनों देशों ने अपने संबंधों को औपचारिक रूप से रणनीतिक साझेदारी के स्तर पर उन्नत किया। थाई राजदूत ने यह भी रेखांकित किया कि भारत और थाईलैंड के बीच गहरे सांस्कृतिक और सभ्यतागत संबंध दोनों देशों को क्षेत्रीय और वैश्विक सहयोग के क्षेत्रों में और अधिक जोड़ते हैं।
उच्च-स्तरीय आदान–प्रदान और समुद्री सहयोग
थाई विदेश मंत्री सिहासक फुआंगकेटकेओ की हाल की भारत यात्रा ने व्यापार, संपर्क, सुरक्षा और क्षेत्रीय ढाँचों में सहयोग को और गति दी है। इस दौरान विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने थाईलैंड को भारत का महत्त्वपूर्ण समुद्री पड़ोसी बताया, जो आपसी विश्वास और समान रणनीतिक दृष्टिकोण को प्रतिबिंबित करता है। इसी यात्रा के दौरान थाईलैंड ने ब्रिक्स सदस्यता का मुद्दा भी आधिकारिक रूप से उठाया।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- भारत 2026 में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता करेगा।
- थाईलैंड ने औपचारिक रूप से ब्रिक्स में शामिल होने की इच्छा व्यक्त की है।
- भारत और थाईलैंड ने 2024 में संबंधों को रणनीतिक साझेदारी के स्तर पर उन्नत किया।
- थाईलैंड का राष्ट्रीय दिवस 5 दिसंबर को मनाया जाता है, जो राजा भूमिबोल अदुल्यदेय की जयंती है।
राष्ट्रीय दिवस समारोह और कूटनीतिक महत्व
थाईलैंड का राष्ट्रीय दिवस समारोह इस वर्ष रानी माता सिरिकित के निधन के कारण शांत और सरल रहा। अतिथियों ने काली पोशाक पहनकर श्रद्धांजलि व्यक्त की तथा उनके जीवन और योगदान पर आधारित वीडियो देखा गया। समारोह में भारत के विदेश राज्य मंत्री और वस्त्र राज्य मंत्री ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया और द्विपक्षीय संबंधों में बढ़ते सामंजस्य को रेखांकित किया। आयोजन स्थल पर प्रदर्शित पारंपरिक चित्रों ने थाईलैंड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाया और समारोह के कूटनीतिक महत्व को और गहराई प्रदान की।