त्रिपुरा में दूसरा प्रवासी त्रिपुराबासी समिट 2025–26: संस्कृति, विकास और जुड़ाव का संगम
त्रिपुरा सरकार अपने मूल राज्य से बाहर रह रहे लोगों के साथ संबंधों को सशक्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में दूसरे प्रवासी त्रिपुराबासी समिट 2025–26 का आयोजन करने जा रही है। यह समिट राज्य की राजधानी अगरतला में आयोजित होगी और इसका उद्देश्य देश और विदेश में बसे त्रिपुराबासी समुदाय के साथ सांस्कृतिक और विकासात्मक संबंधों को पुनर्जीवित करना है।
समिट का उद्देश्य और महत्व
प्रवासी त्रिपुराबासी समिट एक ऐसा मंच है जो त्रिपुरा से बाहर निवास कर रहे लोगों को अपने मूल राज्य से भावनात्मक, सांस्कृतिक और सामाजिक रूप से जोड़ने के लिए तैयार किया गया है। यह आयोजन पेशेवरों, उद्यमियों, शिक्षाविदों और सांस्कृतिक व्यक्तित्वों को एक साथ लाता है, जिससे साझा पहचान और सामूहिक विकास पर संवाद संभव हो सके।
यह पहल त्रिपुरा सरकार के समावेशी विकास की उस व्यापक दृष्टि को दर्शाती है जिसमें राज्य की प्रगति में प्रवासी समुदाय को सक्रिय भागीदार माना गया है।
त्रिपुरा इंस्टीट्यूशन फॉर ट्रांसफॉर्मेशन (TIFT) की भूमिका
इस समिट का आयोजन त्रिपुरा इंस्टीट्यूशन फॉर ट्रांसफॉर्मेशन (TIFT) द्वारा किया जा रहा है, जो राज्य की नीति और शासन के क्षेत्र में अग्रणी थिंक टैंक है। TIFT इस आयोजन के माध्यम से शिक्षा, स्वास्थ्य, कौशल विकास और उद्यमिता जैसे प्रमुख क्षेत्रों में ज्ञान, अनुभव और निवेश को आकर्षित करना चाहता है।
TIFT का लक्ष्य है कि प्रवासी समुदाय न केवल सांस्कृतिक दूत के रूप में कार्य करें, बल्कि राज्य की दीर्घकालिक विकास रणनीतियों में भागीदार भी बनें।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- TIFT त्रिपुरा राज्य का नीति और प्रशासनिक थिंक टैंक है।
- “प्रवासी” शब्द उन लोगों को दर्शाता है जो अपने राज्य या देश से बाहर निवास करते हैं।
- प्रवासी जुड़ाव आजकल राज्यों द्वारा विकास और निवेश जुटाने के लिए एक प्रभावशाली साधन बन गया है।
- त्रिपुरा पूर्वोत्तर भारत का राज्य है, जिसकी विकास योजना के लिए विशेष केंद्रित ढांचा है।
सांस्कृतिक निरंतरता और सहयोग का मंच
यह समिट न केवल नीति-निर्माण पर केंद्रित है, बल्कि इसे एक संवेदनशील सांस्कृतिक और सामाजिक मंच के रूप में भी तैयार किया गया है। यहाँ प्रतिभागी विचारों का आदान-प्रदान कर सकते हैं, साझेदारियों की संभावनाओं पर चर्चा कर सकते हैं और त्रिपुरा की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित रखने में सहयोग कर सकते हैं।
यह आयोजन यह संदेश देता है कि भौगोलिक दूरी पहचान को कमजोर नहीं करती—बल्कि प्रवासी त्रिपुराबासी समुदाय आज भी राज्य की विकास यात्रा का एक अविभाज्य हिस्सा है।
प्रवासी त्रिपुराबासी समिट 2025–26, त्रिपुरा के सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक विकास में एक नई ऊर्जा का संचार करेगा, जिसमें पूरे वैश्विक त्रिपुराबासी समुदाय की भागीदारी को महत्व दिया जाएगा।