तिरुचेंदूर मंदिर

तिरुचेंदूर मंदिर

तिरुचेंदूर मंदिर भगवान सुब्रह्मण्य का प्रसिद्ध मंदिर है। यह समुद्र के किनारे स्थित है। यह तिरुनेल्वेदी जिले के तिरुचेंदूर तालुक में स्थित है। मंदिर मन्नार की खाड़ी के तट पर है। यह सुंदर प्राकृतिक व्यवस्था के साथ मंदिर है। मंदिर की उत्पत्ति पौराणिक अतीत की है। मंदिर में पूजे जाने वाले मुख्य देवता भगवान मुरुगा हैं। मंदिर के देवता को कई शैव संतों द्वारा पूजा जाता है। तमिलनाडु में छह चुने हुए पूजा स्थलों में, तिरुचेंदूर दूसरे स्थान पर है। अन्य पांच पूजा स्थल ऊंचे स्थानों पर स्थित हैं, किन्तु तिरुचेंदूर समुद्र के किनारे स्थित है। मंदिर की वास्तुकला के अनुसार इसे अद्भुत माना जाता है। समय के साथ पांड्य और चेर राजवंशों के राजाओं द्वारा कई बदलाव किए गए। यहाँ लगभग पूरे वर्ष कई त्यौहार मनाए जाते हैं इसलिए, तिरुचेंदूर एक महान तीर्थस्थल बन गया है। तीर्थयात्रियों की जरूरतों और आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए मंदिर के पास एक छोटे से शहर का विकास किया गया है।
हाल ही में देवस्थानम ने तीर्थयात्रियों द्वारा किराए पर लिए जाने के लिए कई कमरों के साथ एक विश्राम गृह का निर्माण किया। इसमें बिजली और पानी जैसी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। मंदिर में दैनिक पूजा कुमार तंत्र के अनुसार की जाती है।

Originally written on January 28, 2022 and last modified on January 28, 2022.

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