“तमिल थाई वाज़थु” (Tamil Thai Vaazhthu) तमिलनाडु का राज्य गीत घोषित किया गया
तमिलनाडु सरकार ने दिसंबर 17, 2021 को “तमिल थाई वाज़थु” को राज्य गीत (state song) के रूप में घोषित किया।
मुख्य बिंदु
- तमिल थाई वाज़थु एक प्रार्थना गीत है जो तमिल माँ की स्तुति में गाया जाता है।
- यह 55 सेकंड का गीत है और राष्ट्रगान की तर्ज पर सभी सरकारी कार्यालयों, शैक्षणिक संस्थानों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और इसी तरह के सार्वजनिक कार्यक्रमों में कार्यक्रमों की शुरुआत में गाया जाता है।
उच्च न्यायालय में कान इलांगो बनाम राज्य का मामला
तमिल थाई वाज़थु गीत पर टिप्पणियां न्यायमूर्ति जी.आर. स्वामीनाथन द्वारा कान इलांगो बनाम राज्य मामले में 6 दिसंबर को की गई थीं। उच्च न्यायालय ने कान इलांगो के नेतृत्व वाले व्यक्तियों के एक समूह के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को रद्द कर दिया। इस समूह ने कथित तौर पर 2018 में रामेश्वरम में कांची मठ शाखा में प्रवेश किया और नारेबाजी की।
मुद्दा क्या था?
इससमूह के प्रदर्शनकारी नाम तमिलर काची (Naam Tamilar Katchi) के थे, जो सेंथमिज़न सीमन (Senthamizhan Seeman) के नेतृत्व वाला एक तमिल राष्ट्रवादी संगठन है। वे कांची कामकोटि पीठम के पुजारी के खिलाफ विरोध कर रहे थे, जो एक समारोह के दौरान बैठे थे, जब “तमिल थाई वाजथु” बजाया जा रहा था। इससे काफी आक्रोश फैल गया था।
तमिल थाई वाज़थु पर कोर्ट का रुख
अदालत ने फैसला सुनाया है कि तमिल थाई वाज़थु एक प्रार्थना गीत है न कि एक गान। प्रार्थना गीत को सबसे अधिक श्रद्धा और सम्मान दिखाया जाना चाहिए लेकिन इसके लिए खड़े होना आवश्यक नहीं है।