तमिलनाडु सरकार का सराहनीय निर्णय: चार कम-ज्ञात संकटग्रस्त प्रजातियों के संरक्षण हेतु ₹1 करोड़ स्वीकृत

तमिलनाडु सरकार ने जैव विविधता संरक्षण के क्षेत्र में एक प्रशंसनीय पहल करते हुए ₹1 करोड़ की राशि चार कम चर्चित संकटग्रस्त प्रजातियों के संरक्षण के लिए स्वीकृत की है। इनमें शामिल हैं — लायन-टेल्ड मकाक, मद्रास हेजहॉग, स्ट्राइप्ड हाइना, और हंप-हेडेड महसीर। यह राशि 29 सितंबर 2025 को जारी शासकीय आदेश के तहत स्वीकृत की गई, जो मार्च 2025 में विधानसभा सत्र के दौरान वन एवं खादी मंत्री की घोषणा का अनुसरण है।
जैव विविधता संरक्षण का नया दृष्टिकोण
यह पहल दर्शाती है कि राज्य सरकार अब केवल बाघों और हाथियों जैसे लोकप्रिय वन्यजीवों पर नहीं, बल्कि उन प्रजातियों पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है जो पारिस्थितिकीय दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं परंतु अब तक उपेक्षित रही हैं। इन चारों प्रजातियों को उनके आवासीय पारिस्थितिकी, जनसंख्या अध्ययन और संरक्षण प्रजनन कार्यक्रमों के माध्यम से संरक्षित किया जाएगा।
किस प्रजाति को कितनी सहायता?
- लायन-टेल्ड मकाक (₹48.5 लाख): यह संकटग्रस्त प्राइमेट केवल पश्चिमी घाटों में पाया जाता है और बिखरे हुए वर्षावनों में जीवित है। इसके लिए केनोपी ब्रिज जैसी संरचनाएं बनाई जाएंगी जिससे वनों के बीच संपर्क सुधरेगा।
- मद्रास हेजहॉग (₹20.5 लाख): यह निशाचर स्तनपायी तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और केरल के अर्ध-शुष्क इलाकों में पाया जाता है, और इसके बारे में वैज्ञानिक जानकारी बहुत सीमित है।
- स्ट्राइप्ड हाइना (₹14 लाख): यह शवभक्षी जानवर भारत में दुर्लभ होता जा रहा है, विशेषकर मुदुमलाई टाइगर रिजर्व जैसे क्षेत्रों में। इसके संरक्षण हेतु जागरूकता, सर्वेक्षण और वनकर्मियों को प्रशिक्षण जैसी पहलें होंगी।
- हंप-हेडेड महसीर (₹17 लाख): यह मछली कभी मोयार नदी में प्रचुर मात्रा में मिलती थी, परंतु अब बांध निर्माण, अत्यधिक शिकार, प्रदूषण और बाहरी प्रजातियों के कारण विलुप्ति की कगार पर है। इसके लिए इन-सिटू उत्पादन और पुनर्स्थापना कार्यक्रम चलाए जाएंगे।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- लायन-टेल्ड मकाक भारत की पश्चिमी घाट की स्थानिक (एंडेमिक) प्रजाति है, जिसे IUCN ने Endangered श्रेणी में रखा है।
- मद्रास हेजहॉग, जिसे “Paraechinus nudiventris” कहा जाता है, भारत में पाई जाने वाली दो हेजहॉग प्रजातियों में से एक है।
- स्ट्राइप्ड हाइना एकमात्र भारतीय हाइना प्रजाति है और इसे Near Threatened श्रेणी में रखा गया है।
- हंप-हेडेड महसीर को Critically Endangered घोषित किया गया है और यह महसीर जाति की सबसे बड़ी प्रजातियों में से एक मानी जाती है।
Originally written on
October 9, 2025
and last modified on
October 9, 2025.