डीएनए मरम्मत प्रोटीन RAD52 की संरचना उजागर: कैंसर उपचार में नई आशा

डीएनए मरम्मत प्रोटीन RAD52 की संरचना उजागर: कैंसर उपचार में नई आशा

आयोवा विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा किए गए एक नवीन शोध ने डीएनए मरम्मत प्रोटीन RAD52 की अब तक अज्ञात संरचना का खुलासा किया है। यह खोज उन कैंसरों के लिए नए उपचार विकल्पों की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम हो सकती है, जो डीएनए मरम्मत के प्रमुख जीनों में दोष के कारण उपचार के लिए सीमित विकल्पों पर निर्भर हैं।

डीएनए मरम्मत में RAD52 की भूमिका

स्तन, डिम्बग्रंथि और मस्तिष्क जैसे कुछ कैंसरों में BRCA1 और BRCA2 जैसे जीनों में म्यूटेशन पाए जाते हैं। ऐसे मामलों में, कैंसर कोशिकाएँ वैकल्पिक डीएनए मरम्मत मार्गों का सहारा लेती हैं। RAD52 प्रोटीन इन मार्गों में से एक में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जिससे ये कोशिकाएँ डीएनए क्षति के बावजूद विभाजित होती रहती हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि RAD52 को अवरुद्ध कर ऐसे कैंसर कोशिकाओं को लक्षित किया जा सकता है, जबकि सामान्य कोशिकाएँ अप्रभावित रहेंगी।

डबल-रिंग संरचना की अनूठी खोज

CryoEM (क्रायोजेनिक इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोपी) तकनीक की मदद से शोधकर्ताओं ने पाया कि RAD52 दो प्रोटीन रिंग्स से बनी एक कुंडल जैसी संरचना बनाता है, जिसमें प्रत्येक रिंग में 11 उप-यूनिट्स होती हैं। ये रिंग्स डीएनए प्रतिकृति फोर्क के तीनों भागों से जुड़ती हैं और मोटर प्रोटीनों के हस्तक्षेप से सुरक्षा प्रदान करती हैं। यह संरचना पहले कभी नहीं देखी गई थी और डीएनए की मरम्मत में RAD52 की कार्यप्रणाली को समझने में यह खोज एक अहम भूमिका निभा सकती है।

नई दवाओं के विकास की दिशा

जहाँ सामान्य कोशिकाएँ RAD52 के बिना भी जीवित रह सकती हैं, वहीं डीएनए मरम्मत में दोषयुक्त कैंसर कोशिकाएँ इस पर निर्भर होती हैं। इसलिए RAD52 को लक्षित करने वाली दवाओं से केवल कैंसर कोशिकाओं को खत्म किया जा सकता है, जिससे साइड इफेक्ट्स भी कम होंगे। शोधकर्ताओं के पास पहले से कुछ ऐसे यौगिक हैं जो RAD52 से जुड़ सकते हैं, और अब इस नई संरचना की जानकारी से इन्हें और अधिक प्रभावी रूप में विकसित किया जा सकता है। यह उसी तरह की रणनीति हो सकती है जैसी कि PARP inhibitors के माध्यम से BRCA दोषयुक्त कैंसरों का उपचार किया जाता है।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • RAD52 उन कैंसरों में आवश्यक होता है जिनमें BRCA1 या BRCA2 जीन में दोष होता है।
  • अध्ययन आयोवा विश्वविद्यालय की प्रोफेसर मारिया स्पाइस के नेतृत्व में हुआ।
  • RAD52 की डबल-रिंग संरचना CryoEM तकनीक से खोजी गई।
  • यह शोध 2 अप्रैल 2025 को “Nature” में प्रकाशित हुआ।
  • वित्तपोषण अमेरिकी राष्ट्रीय कैंसर संस्थान (NIH) द्वारा प्रदान किया गया (R01 CA232425 और P30 CA086862)।

वैश्विक सहयोग और आगे की दिशा

यह अध्ययन इटली के Istituto Superiore di Sanità के पिएत्रो पिकिएरी और आयोवा कॉलेज ऑफ फार्मेसी के एश्ली स्पाइस के सहयोग से किया गया। टीम ने बायोकेमिकल परीक्षण, सिंगल-मॉलिक्यूल इमेजिंग और कंप्यूटेशनल मॉडलिंग को एकीकृत कर RAD52 की संरचना और कार्यप्रणाली को समझा। इस खोज से भविष्य में ऐसे उपचार विकसित हो सकेंगे जो केवल कैंसर कोशिकाओं को लक्षित करें और सामान्य कोशिकाओं को हानि न पहुँचाएँ।

Originally written on November 3, 2025 and last modified on November 3, 2025.

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