डिजिटल युग में ऊर्जा बचत का संदेश: कंटेंट क्रिएटर्स के लिए राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार की नई श्रेणी घोषित

ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (BEE), विद्युत मंत्रालय, भारत सरकार ने ‘राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार’ (NECA) 2025 के अंतर्गत एक नई श्रेणी की घोषणा की है — “कंटेंट क्रिएटर्स और इंफ्लुएंसर्स के लिए राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार”। इस पहल का उद्देश्य डिजिटल मीडिया की शक्ति का उपयोग करते हुए ऊर्जा संरक्षण और सतत जीवनशैली के संदेश को व्यापक जनसमूह तक पहुँचाना है। यह कदम प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की “मिशन LiFE (Lifestyle for Environment)” दृष्टि के अनुरूप है।

डिजिटल समुदाय की भागीदारी: एक नया अध्याय

1991 में स्थापित NECA अब तक उद्योगों, प्रतिष्ठानों, भवनों और संस्थानों में ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्टता को मान्यता देने वाला एक प्रतिष्ठित मंच रहा है। अब पहली बार, इस पुरस्कार का दायरा डिजिटल समुदाय तक विस्तारित किया गया है। इसका उद्देश्य कंटेंट क्रिएटर्स और सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स की रचनात्मकता और व्यापक पहुंच का लाभ उठाकर देशभर में ऊर्जा दक्षता के संदेश को जन-जन तक पहुँचाना है।

प्रतियोगिता का स्वरूप और दिशा-निर्देश

इस श्रेणी में भाग लेने के लिए निम्नलिखित पात्रता और शर्तें निर्धारित की गई हैं:

  • प्रतिभागियों के पास किसी भी प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (जैसे यूट्यूब, इंस्टाग्राम, फेसबुक आदि) पर न्यूनतम 10,000 फॉलोअर्स/सब्सक्राइबर्स होने चाहिए।
  • उन्हें 90 सेकंड तक के मूल वीडियो बनाकर पोस्ट करने होंगे, जो निम्नलिखित विषयों पर आधारित हों:

    • घर पर ऊर्जा बचाएं
    • एसी को 24 डिग्री पर सेट करें
    • 5-स्टार उपकरण चुनें – अधिक स्टार, अधिक बचत
    • ऊर्जा दक्ष प्रकाश व्यवस्था से उज्जवल घर
    • हरित और सतत भवन
    • जिम्मेदारी के साथ त्योहार मनाएं
  • वीडियो हिंदी या किसी अन्य भारतीय भाषा में हो सकता है, लेकिन साथ में अंग्रेज़ी या हिंदी में टाइप किया हुआ ट्रांसक्रिप्ट अनिवार्य है।
  • सभी प्रविष्टियाँ प्रतिभागियों के स्वयं के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर पोस्ट की जाएँगी, और पोस्ट में #NECA2025 हैशटैग अनिवार्य रूप से शामिल होगा।

सम्मान और मान्यता

चयनित रचनाकारों को 14 दिसंबर 2025 को नई दिल्ली में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार समारोह में सम्मानित किया जाएगा। इस भव्य समारोह में भारत के माननीय राष्ट्रपति की उपस्थिति रहने की परंपरा रही है, जो इस मान्यता को विशेष गौरव प्रदान करती है।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (BEE) की स्थापना 1 मार्च 2002 को ऊर्जा संरक्षण अधिनियम, 2001 के अंतर्गत की गई थी।
  • BEE का मुख्य उद्देश्य भारतीय अर्थव्यवस्था की ऊर्जा तीव्रता (energy intensity) को कम करना है।
  • मिशन LiFE की शुरुआत ग्लोबल जलवायु एजेंडा को जन आंदोलन बनाने के उद्देश्य से की गई थी।
  • NECA पुरस्कारों की शुरुआत 1991 में हुई थी, और यह तीन दशकों से भारत की ऊर्जा रणनीति का अहम हिस्सा बने हुए हैं।

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