डल झील में पहली बार खेलो इंडिया वाटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल का आगाज

श्रीनगर की सुरम्य और ऐतिहासिक डल झील ने गुरुवार, 21 अगस्त 2025 को पहली बार खेलो इंडिया वाटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल की मेजबानी की। इस अवसर पर रोइंग, कायाकिंग और कैनोइंग जैसी प्रतिस्पर्धाओं की शुरुआत हुई। इसका उद्देश्य केवल खिलाड़ियों को मंच देना ही नहीं बल्कि आने वाले वर्षों में ओलंपिक में भारत की रैंकिंग को बेहतर बनाना भी है।
देशभर से खिलाड़ियों की भागीदारी
इस तीन दिवसीय प्रतियोगिता में देश के 36 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से कुल 409 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। इनमें से 202 महिला खिलाड़ी हैं, जो खेल में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी को दर्शाती हैं। मध्य प्रदेश ने सबसे बड़ा दल भेजा है, जिसमें 44 खिलाड़ी शामिल हैं। इसके बाद हरियाणा (37), ओडिशा (34) और केरल (33) खिलाड़ियों के साथ प्रमुख राज्य रहे।
डल झील का महत्व और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संभावनाएं
आयोजन समिति की प्रतियोगिता निदेशक बिलक़ीस मीर, जो 2025 में भारत की पहली ओलंपिक जूरी सदस्य बनीं, का कहना है कि डल झील की जलधारा यूरोप जैसी है और यही भारतीय खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तैयार करने में मदद करेगी। उन्होंने बताया कि ओलंपिक में वाटर स्पोर्ट्स से 16 पदक मिलते हैं और यह भारत के लिए रैंक सुधारने का सुनहरा अवसर है।
पहले दिन की उपलब्धियां और खिलाड़ियों की मेहनत
फेस्टिवल के पहले दिन स्थानीय खिलाड़ी मोहसिन अली ने 1000 मीटर कैनो रेस में स्वर्ण पदक जीतकर कश्मीर का नाम रोशन किया। उन्होंने बताया कि वे 2017 से इस खेल की तैयारी कर रहे थे और बिलक़ीस मीर द्वारा आयोजित 20 दिवसीय विशेष शिविर ने उनकी सफलता में अहम भूमिका निभाई।
विशेषज्ञों और खिलाड़ियों की राय
रोइंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बालाजी मरदापा ने कहा कि कश्मीर के खिलाड़ी लंबे समय से उनकी नज़र में हैं और सही प्रशिक्षण मिलने पर ये खिलाड़ी देश में शीर्ष पर पहुंच सकते हैं। वहीं, ओलंपियन अर्जुन लाल जाट, जिन्होंने 2020 ओलंपिक और 2023 एशियन गेम्स में भारत का प्रतिनिधित्व किया था, ने भी कश्मीरी खिलाड़ियों में अपार संभावनाएं बताईं।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- खेलो इंडिया वाटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल 2025, डल झील में आयोजित पहला राष्ट्रीय स्तरीय आयोजन है।
- इस प्रतियोगिता में 14 कायाकिंग और कैनोइंग तथा 10 रोइंग इवेंट शामिल हैं, जो सभी ओलंपिक इवेंट हैं।
- भारत ने 2024 पेरिस ओलंपिक में 71वां स्थान हासिल किया था।
- खेलो इंडिया बीच गेम्स का आयोजन मई 2025 में दीव में किया गया था।
पर्यटन और स्थानीय विकास को प्रोत्साहन
यह आयोजन केवल खिलाड़ियों के लिए ही नहीं बल्कि पर्यटन के लिए भी नया द्वार खोल रहा है। बिलक़ीस मीर ने कहा कि इस प्रतियोगिता से जुड़ने वाले खिलाड़ी पूरे देश में कश्मीर की खूबसूरती और संभावनाओं के दूत बनेंगे। वहीं, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि खेल और डल झील का यह संगम राज्य की पहचान को और मजबूत करेगा।
अंततः, खेलो इंडिया वाटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल न केवल भारत के जल खेलों को नई पहचान दे रहा है, बल्कि कश्मीर और विशेषकर डल झील को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल पर्यटन का प्रमुख केंद्र बनाने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम साबित हो रहा है।