ट्रंप ने ऑटोपेन से हस्ताक्षरित बाइडन के दस्तावेज़ों को किया अमान्य घोषित

ट्रंप ने ऑटोपेन से हस्ताक्षरित बाइडन के दस्तावेज़ों को किया अमान्य घोषित

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़ा और विवादास्पद निर्णय लेते हुए घोषणा की है कि पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा ऑटोपेन (Autopen) से हस्ताक्षरित सभी आधिकारिक दस्तावेज़ “अमान्य और निरर्थक” हैं। इस फैसले ने देश में एक व्यापक राजनीतिक और कानूनी बहस को जन्म दिया है, क्योंकि ऑटोपेन का उपयोग अमेरिकी प्रशासन में दशकों से सामान्य प्रशासनिक प्रथा रहा है।

ट्रंप का बयान और उसका प्रभाव

ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया मंच पर घोषणा की कि बाइडन के कार्यकाल में ऑटोपेन से हस्ताक्षरित सभी दस्तावेज़ जिनमें कार्यकारी आदेश, सरकारी अनुबंध और आधिकारिक ज्ञापन शामिल हैं अब “किसी प्रकार की कानूनी वैधता नहीं रखते।” उन्होंने यह भी कहा कि जिन व्यक्तियों को ऐसे दस्तावेज़ों के तहत राष्ट्रपति क्षमादान या दंडमुक्ति (pardon/commutation) मिली है, उन्हें इसे अब समाप्त मानना चाहिए। इस बयान ने न केवल प्रशासनिक दायरे में अनिश्चितता पैदा की है, बल्कि संवैधानिक अधिकारों पर भी प्रश्नचिह्न खड़े किए हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति परंपरा में ऑटोपेन का उपयोग

ऑटोपेन एक विशेष उपकरण है जो हस्तलिखित हस्ताक्षर की सटीक नकल कर सकता है। इसका उपयोग 20वीं सदी के मध्य से ही अमेरिकी राष्ट्रपतियों चाहे वे रिपब्लिकन हों या डेमोक्रेट द्वारा नियमित सरकारी कागज़ात पर हस्ताक्षर करने के लिए किया जाता रहा है। यह प्रक्रिया विशेष रूप से तब उपयोग में आती है जब राष्ट्रपति किसी दस्तावेज़ पर शारीरिक रूप से हस्ताक्षर करने में सक्षम नहीं होते। हालांकि, ट्रंप ने बाइडन के इस उपयोग की लगातार आलोचना की है, इसे “कार्यकारी कार्यालय पर नियंत्रण की कमी” के रूप में प्रस्तुत करते हुए।

बाइडन के अंतिम क्षणों में दिए गए क्षमादान पर असर

जो बाइडन ने अपने कार्यकाल के अंतिम घंटों में कई महत्वपूर्ण क्षमादान दिए थे। इनमें वरिष्ठ अधिकारी जनरल मार्क मिले, एंथनी फौची और 6 जनवरी की जांच से जुड़े कुछ सांसदों को दया राहत शामिल थी। इसके अलावा, उन्होंने अपने कुछ पारिवारिक सदस्यों को भी क्षमादान दिया था। ट्रंप की घोषणा के बाद अब इन सभी क्षमादानों की वैधता पर सवाल उठ गए हैं। हालांकि, कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिकी न्यायालय पहले भी ऑटोपेन से हस्ताक्षरित राष्ट्रपति आदेशों को कानूनी रूप से वैध मान चुके हैं।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • ऑटोपेन का उपयोग अमेरिकी राष्ट्रपतियों द्वारा 20वीं सदी के मध्य से किया जा रहा है।
  • राष्ट्रपति क्षमादान अमेरिकी संविधान के तहत प्रदत्त अधिकार है।
  • न्यायालयों ने पहले भी ऑटोपेन हस्ताक्षरित दस्तावेज़ों को वैध ठहराया है।
  • पूर्व-निर्धारित क्षमादान (pre-emptive pardons) दुर्लभ होते हैं, लेकिन संवैधानिक रूप से वैध हैं।

कानूनी और राजनीतिक परिणाम

ट्रंप की इस घोषणा से एक संवैधानिक संकट की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। यदि अदालतें बाइडन के ऑटोपेन हस्ताक्षरित दस्तावेज़ों को अमान्य घोषित करती हैं, तो यह अमेरिकी प्रशासनिक निरंतरता और कार्यकारी अधिकार की सीमाओं को पुनर्परिभाषित कर सकता है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि प्रभावित व्यक्ति कानूनी चुनौती देंगे, जिससे यह विवाद अमेरिकी संवैधानिक इतिहास में कार्यपालिका की शक्तियों की सबसे बड़ी परीक्षा बन सकता है।

Originally written on December 3, 2025 and last modified on December 3, 2025.

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