जॉर्जिया में प्रदर्शनों के दौरान ‘कैमाइट’ रासायनिक एजेंट के उपयोग के आरोप
जॉर्जिया की राजधानी त्बिलिसी में वर्ष 2024 के प्रदर्शनों के दौरान एक प्रथम विश्व युद्धकालीन रासायनिक एजेंट “कैमाइट” (Camite) के इस्तेमाल के आरोप सामने आए हैं। हाल में हुए एक अंतरराष्ट्रीय जाँच ने इस विवाद को फिर से वैश्विक सुर्खियों में ला दिया है। आरोपों के अनुसार, विरोध प्रदर्शनों को नियंत्रित करने के लिए प्रयुक्त जलतोपों में ऐसे रसायन मिले जो इस ऐतिहासिक रासायनिक यौगिक से जुड़े हैं।
2024 त्बिलिसी प्रदर्शनों से जुड़े आरोप
बीबीसी की एक जाँच रिपोर्ट में दावा किया गया कि पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों पर इस्तेमाल किए गए वॉटर कैनन के पानी में ट्राइक्लोरोएथिलीन और UN3439 वर्गीकृत रसायन पाए गए, जिसमें ब्रोमोबेंज़िल सायनाइड (Camite) शामिल है। ये प्रदर्शन विवादित चुनाव परिणामों और यूरोपीय संघ (EU) सदस्यता की प्रक्रिया रोकने के सरकार के निर्णय के विरोध में हुए थे। रिपोर्ट के अनुसार, कई प्रदर्शनकारियों में साँस लेने में तकलीफ़ और त्वचा संबंधी प्रतिक्रियाएँ देखी गईं।
कैमाइट का उद्भव और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
कैमाइट का इतिहास प्रथम विश्व युद्ध के अंतिम चरण से जुड़ा है। फ्रांसीसी सेना ने इसे भीड़ नियंत्रण और दंगा-नियंत्रण उद्देश्यों के लिए विकसित किया था। यह एक रासायनिक उत्तेजक (Irritant) समूह से संबंधित यौगिक है, जो गंभीर श्वसन और त्वचा संबंधी प्रतिक्रियाएँ उत्पन्न कर सकता है। यद्यपि इसे गैर-घातक रसायन के रूप में तैयार किया गया था, लेकिन युद्धकालीन प्रयोगों में इसके प्रभाव अपेक्षा से अधिक समय तक बने रहे, जिससे इसे जल्द ही बंद कर दिया गया।
इसके उपयोग को बंद करने के कारण
कैमाइट का उपयोग इसलिए रोक दिया गया क्योंकि इसके प्रभाव अस्थायी न होकर दीर्घकालिक पाए गए। अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार, दंगा नियंत्रण रसायनों के प्रभाव अल्पकालिक और प्रतिवर्ती (reversible) होने चाहिए। आधुनिक चिकित्सकीय रिपोर्टों ने भी वही चेतावनी दोहराई है लंबे समय तक रहने वाली खाँसी, सांस की तकलीफ़ और त्वचा में जलन इसके सामान्य प्रभाव हैं।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- कैमाइट (Camite) ब्रोमोबेंज़िल सायनाइड (Bromobenzyl Cyanide) से संबद्ध है और इसे UN3439 वर्ग में रखा गया है।
- इसका विकास और परीक्षण प्रथम विश्व युद्ध के अंतिम चरणों में फ्रांसीसी सेना द्वारा किया गया था।
- दीर्घकालिक श्वसन और त्वचा प्रभावों के कारण इसका उपयोग जल्द ही बंद कर दिया गया।
- अंतरराष्ट्रीय कानून केवल ऐसे दंगा नियंत्रण एजेंटों की अनुमति देता है जिनके प्रभाव अस्थायी और प्रतिवर्ती हों।
समकालीन विवाद और सरकारी प्रतिक्रिया
हालिया चिकित्सा मूल्यांकनों में त्बिलिसी के कई प्रदर्शनकारियों में कैमाइट जैसे लक्षण पाए गए, जिससे विशेषज्ञों ने इसे “प्रयोगात्मक हथियार” की श्रेणी में रखा। दूसरी ओर, जॉर्जियाई अधिकारियों ने इन आरोपों को पूरी तरह अस्वीकार करते हुए कहा है कि सभी कानून प्रवर्तन कार्रवाइयाँ घरेलू कानूनी ढांचे के अनुरूप थीं। यह विवाद अब भी जारी है और देश में राजनीतिक अस्थिरता तथा जनआंदोलनों के बीच तनाव बढ़ा हुआ है।