जुलाई 2025 में FAO फूड प्राइस इंडेक्स में बढ़ोतरी, मांस और वनस्पति तेल की कीमतें नई ऊंचाई पर

संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (FAO) के अनुसार, जुलाई 2025 में वैश्विक खाद्य मूल्य सूचकांक (FAO Food Price Index) औसतन 130.1 अंक रहा, जो जून की तुलना में 1.6% अधिक है। इस वृद्धि का मुख्य कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में मांस और वनस्पति तेलों की कीमतों में उछाल रहा। हालांकि यह स्तर मार्च 2022 के शिखर से 18.8% कम है, फिर भी जुलाई 2024 की तुलना में 7.6% अधिक है।
प्रमुख सूचकांक का प्रदर्शन
- अनाज मूल्य सूचकांक: 106.5 अंक, जून से 0.8% कम। गेहूं और ज्वार के दाम गिरे, जबकि मक्का और जौ महंगे हुए। उत्तर गोलार्ध में ताज़ी गेहूं की फसल ने कीमतों पर दबाव डाला, लेकिन उत्तरी अमेरिका में कमजोर फसल और यूरोप-Black Sea क्षेत्र में किसानों की सीमित बिक्री ने कुछ सहारा दिया।
- चावल मूल्य सूचकांक: 1.8% गिरावट, पर्याप्त निर्यात आपूर्ति और कम आयात मांग के कारण।
- वनस्पति तेल मूल्य सूचकांक: 166.8 अंक, 7.1% की तेज बढ़त और तीन साल का उच्चतम स्तर। पाम, सोया और सूरजमुखी तेल की कीमतें बढ़ीं; रेपसीड तेल सस्ता हुआ।
- मांस मूल्य सूचकांक: 127.3 अंक, 1.2% वृद्धि के साथ अब तक का सर्वाधिक स्तर। गोमांस और भेड़ के मांस की कीमतें बढ़ीं, चीन और अमेरिका से मजबूत मांग के चलते। मुर्गी मांस भी थोड़ा महंगा हुआ, जबकि सूअर मांस सस्ता रहा।
- डेयरी मूल्य सूचकांक: 155.3 अंक, 0.1% गिरावट। मक्खन और दूध पाउडर सस्ते, लेकिन पनीर के दाम बढ़े।
- चीनी मूल्य सूचकांक: 103.3 अंक, 0.2% गिरावट (लगातार पांचवें महीने की गिरावट)। भारत, थाईलैंड और ब्राजील में अच्छी फसल की उम्मीद से दबाव, हालांकि वैश्विक आयात मांग में सुधार से गिरावट सीमित रही।
दीर्घकालिक परिप्रेक्ष्य
- मार्च 2022 में रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के बाद वैश्विक खाद्य कीमतें कुछ नरम हुई हैं, लेकिन मांस और तेल जैसी श्रेणियों में आपूर्ति व मांग का असंतुलन कीमतों को ऊंचा बनाए हुए है।
- जलवायु परिवर्तन, मौसम की अनिश्चितता और भू-राजनीतिक तनाव इन कीमतों को प्रभावित करने वाले बड़े कारक बने हुए हैं।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- FAO फूड प्राइस इंडेक्स 2014-2016 के औसत निर्यात हिस्सेदारी के आधार पर पांच प्रमुख खाद्य समूहों (अनाज, वनस्पति तेल, मांस, डेयरी और चीनी) की कीमतों का भारित औसत है।
- जुलाई 2025 में वनस्पति तेल और मांस की कीमतें क्रमशः तीन साल और ऐतिहासिक उच्चतम स्तर पर पहुंचीं।
- सूचकांक के मासिक आंकड़े FAO की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी होते हैं; 2025 में अगले अपडेट की तारीख 5 सितंबर है।
- वैश्विक स्तर पर खाद्य कीमतें सीधे खाद्य सुरक्षा, मुद्रास्फीति और अंतरराष्ट्रीय व्यापार संतुलन को प्रभावित करती हैं।
जुलाई 2025 का यह रुझान बताता है कि भले ही कुल मिलाकर खाद्य कीमतें 2022 के शिखर से नीचे हैं, लेकिन मांस और तेल जैसे कुछ महत्वपूर्ण खाद्य समूहों में महंगाई का दबाव बना हुआ है, जो आने वाले महीनों में वैश्विक खाद्य बाजारों को प्रभावित कर सकता है।