जापान-अमेरिका का समुद्रतलीय खनन गठबंधन: दुर्लभ खनिजों की सुरक्षा की दिशा में कदम
जापान और अमेरिका ने एक रणनीतिक समझौते की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य प्रशांत महासागर में स्थित जापान के मिनामिटोरीशिमा द्वीप के पास समुद्र की गहराइयों में छिपे दुर्लभ खनिजों की संयुक्त खोज और खनन करना है। यह साझेदारी वैश्विक स्तर पर दुर्लभ पृथ्वी तत्वों (रेयर अर्थ एलिमेंट्स) की आपूर्ति में चीन के लगभग एकाधिकार को चुनौती देने के इरादे से की गई है।
खनिज सुरक्षा के लिए रणनीतिक सहयोग
यह समझौता अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और जापान की प्रधानमंत्री सना ए टाकाइची के बीच हुई उच्चस्तरीय बैठक के बाद सामने आया। दोनों नेताओं ने इलेक्ट्रिक वाहनों, रक्षा उपकरणों और स्वच्छ ऊर्जा प्रणालियों में प्रयुक्त होने वाले रेयर अर्थ तत्वों की आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करने के लिए खनन, गलन (smelting), और प्रोसेसिंग जैसे क्षेत्रों में सहयोग का संकल्प लिया। प्रधानमंत्री टाकाइची ने कहा कि जापान और अमेरिका को “विविध आपूर्ति विधियों को सुनिश्चित करना” होगा, ताकि संसाधनों पर आत्मनिर्भरता बढ़ाई जा सके।
मिनामिटोरीशिमा द्वीप के पास अन्वेषण
मिनामिटोरीशिमा जापान का एक छोटा सा द्वीप है, जो प्रशांत महासागर में स्थित है और जिसके चारों ओर लगभग 4,29,000 वर्ग किलोमीटर का विशेष आर्थिक क्षेत्र (EEZ) फैला है। भूवैज्ञानिक सर्वेक्षणों में इस क्षेत्र की 5,000 से 6,000 मीटर की गहराई पर दुर्लभ पृथ्वी तत्वों से समृद्ध मिट्टी की परतें पाई गई हैं। जापान जनवरी 2026 से एक पायलट परियोजना की शुरुआत करेगा, जिसमें समुद्र की गहराई से इन खनिजों को निकालने की व्यवहार्यता का परीक्षण किया जाएगा। तकनीकी चुनौतियाँ अपनी जगह हैं, लेकिन यह भंडार वैश्विक निर्भरता को चीन से हटाकर अधिक विविध और संतुलित बना सकता है।
चीन का नियंत्रण और वैश्विक चिंता
वर्तमान में चीन विश्व के 90% से अधिक परिष्कृत रेयर अर्थ तत्वों और मैग्नेट्स का उत्पादन करता है, जो अर्धचालकों, रडार प्रणालियों और इलेक्ट्रिक मोटरों जैसी उच्च तकनीक उत्पादों के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। हाल के महीनों में चीन ने इन तत्वों के परिष्करण में प्रयुक्त तकनीकों को अपने निर्यात नियंत्रण सूची में जोड़ा है और होल्मियम, एरबियम, थुलियम, यूरोपियम और यटरबियम जैसे 12 तत्वों पर नए प्रतिबंध लगाए हैं। इससे वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में रुकावट की आशंका बढ़ गई है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- जापान और अमेरिका मिनामिटोरीशिमा द्वीप के पास गहरे समुद्र में खनन परियोजना पर सहयोग कर रहे हैं।
- लक्ष्य 5,000–6,000 मीटर की गहराई पर मौजूद रेयर अर्थ मिट्टी से खनिज निकालना है।
- चीन विश्व के 90% से अधिक रेयर अर्थ तत्वों और मैग्नेट्स का परिष्कृत उत्पादन करता है।
- जापान के EEZ में मिनामिटोरीशिमा द्वीप के चारों ओर लगभग 4,29,000 वर्ग किमी का समुद्र क्षेत्र आता है।