जस्टिस अरुण कुमार मिश्रा बने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) के अध्यक्ष
जस्टिस (सेवानिवृत्त) अरुण कुमार मिश्रा को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है। जस्टिस अरुण कुमार मिश्रा भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायधीश रह चुके हैं। इससे पहले वे कलकत्ता उच्च न्यायालय और राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायधीश भी रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय में भी न्यायधीश के रूप में कार्य किया है।
जस्टिस अरुण कुमार मिश्रा (Arun Kumar Mishra)
अरुण कुमार मिश्रा का जन्म 3 सितम्बर, 1955 को हुआ था। उनके पिताजी हरगोविंद मिश्रा मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायधीश थे। अरुण कुमार मिश्रा ने अपने करियर की शुरुआत में ग्वालियर में कार्य किया। 25 अक्टूबर, 1999 में उन्हें मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय में अतिरिक्त न्यायधीश नियुक्त किया गया था। बाद में 24 अक्टूबर, 2001 को उन्हें स्थायी न्यायधीश नियुक्त किया गया। 1 नवम्बर, 2010 को वे राजस्थान उच्च न्यायालय के कार्यकारी मुख्य न्यायधीश बने थे। 14 दिसम्बर, 2012 में उन्हें कलकत्ता उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायधीश नियुक्त किया गया था। उसके बाद वे भारत के उच्च न्यायालय के न्यायधीश बने।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (National Human Rights Commission – NHRC)
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग एक संवैधानिक निकाय है, इसका गठन 12 अक्टूबर, 1993 को किया गया था। यह भारत में लोगों के मानवाधिकारों की रक्षा व संवर्धन के लिए काम करता है। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है। इसका आदर्श वाक्य ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः’ है।