जन औषधि केंद्रों में युवाओं के लिए ‘सेवा से सीखें’ कार्यक्रम

भारत सरकार ने युवाओं के कौशल विकास और सामुदायिक सेवा को प्रोत्साहित करने के लिए 1 जून 2025 से ‘सेवा से सीखें – Learn by Doing’ अभियान के तहत ‘जन औषधि केंद्र अनुभवात्मक लर्निंग कार्यक्रम’ शुरू किया है। यह पहल युवा मामलों और खेल मंत्रालय तथा रसायन और उर्वरक मंत्रालय के फार्मास्युटिकल्स विभाग के सहयोग से संचालित की जा रही है।
कार्यक्रम का उद्देश्य
इस 15-दिवसीय कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को जन औषधि केंद्रों के संचालन का प्रत्यक्ष अनुभव देना है, ताकि वे स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त कर सकें और सेवा भाव, अनुशासन तथा जिम्मेदारी के गुणों को आत्मसात कर सकें।
प्रतिभागियों की भूमिका
हर जिले में पांच जन औषधि केंद्रों पर पांच स्वयंसेवकों को निम्नलिखित कार्यों में शामिल किया गया है:
- दैनिक संचालन और ग्राहकों के साथ संवाद में सहयोग करना
- दवाओं की सूची और भंडारण प्रबंधन को समझना
- जन औषधियों और सार्वजनिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाना
- आपूर्ति श्रृंखला और लॉजिस्टिक्स प्रक्रियाओं का अवलोकन करना
युवाओं को मिलने वाले लाभ
- जन औषधि केंद्रों की कार्यप्रणाली को प्रत्यक्ष रूप से समझने का अवसर
- इन्वेंटरी और रिकॉर्ड प्रबंधन जैसे व्यावहारिक कौशल का विकास
- ग्राहकों से जुड़ाव और सेवा से संबंधित अनुभव
- किफायती स्वास्थ्य सेवाओं के महत्व की समझ
‘सेवा से सीखें’ अभियान की विशेषताएं
- यह अभियान युवाओं को सार्वजनिक सेवा में अनुभवात्मक शिक्षण का अवसर देता है
- प्रत्येक जिले के पांच जन औषधि केंद्रों में युवाओं को तैनात किया जाता है
- सहभागी युवा NSS, MY भारत, फार्मेसी कॉलेजों और अन्य संगठनों से चुने जाते हैं
- कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को जन सेवा, अनुशासन, और कौशल विकास से जोड़ना है
यह पहल न केवल युवाओं को व्यावहारिक ज्ञान देती है बल्कि उन्हें समुदाय से जुड़ने, स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र को समझने, और राष्ट्रीय निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने का अवसर भी देती है।