जनवरी 2026 में शुरू होगा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट
उत्तर प्रदेश के नागरिक उड्डयन परिदृश्य में एक ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के उद्घाटन की घोषणा की गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि जेवर स्थित यह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा जनवरी 2026 में राष्ट्र को समर्पित किया जाएगा। यह घोषणा राज्य विधानसभा के शीतकालीन सत्र के समापन दिवस पर की गई।
उत्तर प्रदेश में विमानन अवसंरचना का विस्तार
विधानसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2017 के बाद से राज्य में विमानन अवसंरचना में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। पहले जहां केवल दो हवाई अड्डे पूरी तरह से संचालित थे और दो आंशिक रूप से कार्यरत थे, वहीं अब उत्तर प्रदेश में कुल 16 हवाई अड्डे सक्रिय हैं। इनमें से चार को अंतरराष्ट्रीय दर्जा प्राप्त है और जेवर एयरपोर्ट के शुरू होने के बाद यह संख्या पांच हो जाएगी।
जेवर एयरपोर्ट: भारत की सबसे बड़ी विमानन परियोजना
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को गौतम बुद्ध नगर जिले के जेवर क्षेत्र में ग्रीनफील्ड परियोजना के रूप में विकसित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री के अनुसार, पूर्ण विकास के बाद यह क्षेत्रफल और क्षमता के लिहाज से भारत का सबसे बड़ा हवाई अड्डा होगा। इस परियोजना को सार्वजनिक-निजी भागीदारी मॉडल के तहत क्रियान्वित किया जा रहा है, जिससे दीर्घकालिक संचालन और दक्षता सुनिश्चित की जा सके।
परिवहन कनेक्टिविटी और आर्थिक प्रभाव
राज्य सरकार ने हवाई संपर्क के साथ-साथ एक्सप्रेसवे, रेलवे और शहरी परिवहन प्रणालियों के समानांतर विस्तार पर भी जोर दिया है। उत्तर प्रदेश अब देश के एक्सप्रेसवे नेटवर्क में अग्रणी स्थान रखता है। मेट्रो सेवाओं का विस्तार प्रमुख शहरों में हो चुका है और अंतरराज्यीय सड़क संपर्क भी सुदृढ़ हुआ है। जेवर एयरपोर्ट से पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में लॉजिस्टिक्स, पर्यटन और निवेश को नई गति मिलने की उम्मीद है।
परियोजना की समयसीमा और चुनौतियां
हवाई अड्डे का पहला चरण पहले सितंबर 2024 में शुरू होना प्रस्तावित था, लेकिन निर्माण और नियामकीय कारणों से परियोजना में देरी हुई। अब संशोधित समयसीमा के अनुसार जनवरी 2026 में उद्घाटन की तैयारी की जा रही है। सरकार का कहना है कि व्यावसायिक संचालन से पहले सभी आवश्यक अवसंरचनात्मक और परिचालन तैयारियां पूरी की जाएंगी।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर में स्थित एक ग्रीनफील्ड परियोजना है।
- यह सार्वजनिक-निजी भागीदारी मॉडल पर विकसित किया जा रहा है।
- इसके शुरू होने के बाद उत्तर प्रदेश में पांच अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे हो जाएंगे।
- परियोजना के पहले चरण का क्षेत्रफल लगभग 1300 हेक्टेयर है।
कुल मिलाकर, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट न केवल उत्तर प्रदेश की विमानन क्षमता को नई ऊंचाई देगा, बल्कि उत्तर भारत के आर्थिक विकास और वैश्विक संपर्क को भी सशक्त बनाने में अहम भूमिका निभाएगा।