जख्मों के इलाज में लाल लता पौधे की क्रांतिकारी भूमिका: भारतीय वैज्ञानिकों की नई खोज

वैज्ञानिकों ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि परंपरागत ज्ञान और आधुनिक तकनीक का मेल चमत्कारी परिणाम दे सकता है। केरल स्थित जवाहरलाल नेहरू ट्रॉपिकल बोटैनिक गार्डन एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट (JNTBGRI), पलोडे, तिरुवनंतपुरम के शोधकर्ताओं ने लाल लता (स्थानीय नाम: मुरिकूटी पाचा), जिसे वानस्पतिक रूप से Strobilanthes alternata कहा जाता है, के औषधीय गुणों का उपयोग करते हुए एक नवाचारी और बहुउद्देश्यीय जख्म-चिकित्सा पैड तैयार किया है।
परंपरा से प्रयोगशाला तक का सफर
लाल लता पौधा भारत सहित कई उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है और पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों में इसका उपयोग कटने-छिलने जैसे सामान्य जख्मों के इलाज में होता आया है। JNTBGRI के फाइटोकेमिकल नैनोटेक्नोलॉजी केंद्र के वैज्ञानिकों ने इस पौधे से “एक्टियोसाइड” (acteoside) नामक एक नवीन प्राकृतिक यौगिक को पहचान कर अलग किया है। यद्यपि एक्टियोसाइड कई पौधों में पाया जाता है और इसके औषधीय गुण पहले से ज्ञात हैं, यह पहली बार है जब इसे लाल लता से जोड़ा गया है।
अभिनव घाव-चिकित्सा पैड की संरचना
शोधकर्ताओं द्वारा विकसित यह चिकित्सा पैड अत्यंत आधुनिक तकनीक से बना है जिसमें इलेक्ट्रो-स्पन नैनोफाइबर की परत उपयोग की गई है। यह परत बायोडिग्रेडेबल और गैर-विषाक्त पॉलिमर से बनी होती है, जो न केवल पतली और हल्की है, बल्कि वायुसंचार को भी सुगम बनाती है, जिससे घाव को “साँस लेने” का अवसर मिलता है।
इस मल्टीलेयर पैड में एक्टियोसाइड के साथ-साथ FDA-स्वीकृत पॉलिमर और एंटीबायोटिक ‘नियोमाइसिन सल्फेट’ भी सम्मिलित हैं। खास बात यह है कि एक्टियोसाइड की केवल 0.2% सांद्रता ही इस पैड को प्रभावी बनाने के लिए पर्याप्त है, जो इसकी औषधीय शक्ति को दर्शाता है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- Strobilanthes alternata पौधा Acanthaceae कुल का हिस्सा है और पारंपरिक चिकित्सा में लंबे समय से उपयोग में है।
- एक्टियोसाइड एक प्राकृतिक यौगिक है जो एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीमाइक्रोबियल गुणों के लिए जाना जाता है।
- इलेक्ट्रो-स्पन नैनोफाइबर तकनीक का उपयोग चिकित्सा उपकरणों में उन्नत सामग्री प्रदान करने के लिए किया जाता है।
- नियोमाइसिन सल्फेट एक सामान्यत: प्रयोग होने वाला एंटीबायोटिक है, जो बैक्टीरिया जनित संक्रमणों के इलाज में सहायक होता है।