छत्तीसगढ़ी भाषा

छत्तीसगढ़ी भाषा

छत्तीसगढ़ी भाषा एक समृद्ध इंडो-आर्यन भाषा है और छत्तीसगढ़ के लगभग सभी हिस्सों में बोली जाती है। लगभग 11.5 मिलियन वक्ता छत्तीसगढ़ी भाषा में संवाद करते हैं और इस प्रकार भाषा को काफी हद तक लोकप्रिय बनाते हैं। छत्तीसगढ़ के अलावा, मध्य प्रदेश, उड़ीसा और बिहार के कुछ हिस्सों में छत्तीसगढ़ी भाषा भी बोली जाती है। छत्तीसगढ़ी बघेली और अवधी (अवधी) के समान है।

हालाँकि भाषाविद छत्तीसगढ़ी को भारत सरकार के अनुसार हिंदी से अलग भाषा मानते हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ी हिंदी की एक पूर्वी बोली है। छत्तीसगढ़ी की कई बोलियाँ हैं जिनकी अपनी पहचान है। वे बाघानी, भुलिया, बिंझवारी, कलंगा, कवर्दी, खैरागढ़ी, सदरी कोरवा और सर्गुजिया हैं। संस्कृत और हिंदी, छत्तीसगढ़ी भी देवनागरी लिपि में लिखी जाती हैं।

Originally written on July 28, 2019 and last modified on July 28, 2019.

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