छत्तीसगढ़ को समर्पित भारत का पहला डिजिटल जनजातीय संग्रहालय

छत्तीसगढ़ को समर्पित भारत का पहला डिजिटल जनजातीय संग्रहालय

छत्तीसगढ़ की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नया रायपुर में शहीद वीर नारायण सिंह स्मारक एवं जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय का उद्घाटन करेंगे। यह भारत का पहला पूर्णत: डिजिटल जनजातीय संग्रहालय होगा, जो जनजातीय नायकों को समर्पित है। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के तहत ₹14,260 करोड़ से अधिक की अधोसंरचना परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया जाएगा। साथ ही प्रधानमंत्री नया रायपुर में बने नवीन छत्तीसगढ़ विधानसभा भवन में भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण भी करेंगे।

डिजिटल तकनीक से सुसज्जित जनजातीय विरासत संग्रहालय

₹50 करोड़ की लागत से 10 एकड़ में निर्मित यह संग्रहालय जनजातीय इतिहास, संस्कृति और शौर्य का वैश्विक केंद्र बनेगा। संग्रहालय में 16 थीम आधारित गैलरियाँ हैं, जो जनजातीय विद्रोहों और उपेक्षित स्वतंत्रता सेनानियों की कहानियों को प्रदर्शित करती हैं। आगंतुक “आदि शौर्य” ई-पुस्तक और डिजिटल पोर्टल के माध्यम से भी संग्रहालय की सामग्री का अनुभव कर सकेंगे।
इस संग्रहालय में वर्चुअल रियलिटी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, 3D प्रोजेक्शन जैसी अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग किया गया है। एक AI कैमरा आगंतुकों को पारंपरिक जनजातीय परिधानों में जंगल की पृष्ठभूमि के साथ वर्चुअल अनुभव प्रदान करता है। प्रवेश द्वार पर साल, महुआ और साजा जैसे पवित्र वृक्षों की डिजिटल पत्तियों के माध्यम से 14 ऐतिहासिक जनजातीय विद्रोहों की कहानियाँ सुनाई जाती हैं।

जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम की ऐतिहासिक गाथाएँ

संग्रहालय में दर्जनों ऐतिहासिक जनजातीय आंदोलनों को प्रदर्शित किया गया है, जिनमें से कुछ प्रमुख हैं:

  • हल्बा विद्रोह (1774–1779): भारत का पहला जनजातीय विद्रोह माना जाता है।
  • सुरगुजा (1792), भोपालपट्टनम (1795), परलकोट (1824–25), तरापुर (1842–54) जैसे संघर्ष, जो सामंतवादी और औपनिवेशिक उत्पीड़न के विरुद्ध थे।
  • मेरिया (1842–63), कोई (1859), लिंगगिरि (1856–60) जैसे विद्रोह पारंपरिक अधिकारों की रक्षा के लिए लड़े गए।
  • सोनाखान विद्रोह (1857): शहीद वीर नारायण सिंह के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ का गौरवपूर्ण स्वतंत्रता संग्राम।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • नया रायपुर में ₹50 करोड़ की लागत से बना भारत का पहला डिजिटल जनजातीय संग्रहालय।
  • 16 डिजिटल गैलरियों में 14 प्रमुख जनजातीय विद्रोहों का डिजिटल पुनर्निर्माण।
  • “आदि शौर्य” ई-पुस्तक और म्यूज़ियम पोर्टल की शुरुआत प्रधानमंत्री द्वारा की जाएगी।
  • शहीद वीर नारायण सिंह छत्तीसगढ़ के पहले स्वतंत्रता संग्राम सेनानी माने जाते हैं।

प्रधानमंत्री का छत्तीसगढ़@25 विज़न

इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी 14,260 करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे, जिनमें सड़क, स्वास्थ्य, उद्योग और ऊर्जा क्षेत्र शामिल हैं। विशेष रूप से:

  • अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण नए विधानसभा भवन में।
  • “गिफ्ट ऑफ लाइफ” समारोह में भागीदारी (श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल)।
  • 9 ज़िलों में 12 नए स्टार्टअप विलेज एंटरप्रेन्योरशिप प्रोग्राम ब्लॉक्स की शुरुआत।
  • प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 3 लाख लाभार्थियों को ₹1,200 करोड़ की राशि और 3.51 लाख गृह प्रवेश कार्यक्रम।

अधोसंरचना विकास और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी

प्रमुख परियोजनाओं में ₹3,150 करोड़ की लागत से पथलगांव–कुंकरी से झारखंड सीमा तक चार लेन ग्रीनफील्ड हाइवे की नींव रखी जाएगी, जो कोरबा, रायगढ़ और जशपुर के औद्योगिक क्षेत्रों को जोड़ेगा। इसके साथ ही NH-130D का उन्नयन नारायणपुर और बस्तर के बीच कनेक्टिविटी को मज़बूत करेगा।

Originally written on November 1, 2025 and last modified on November 1, 2025.

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