’चेटीचंड’’ त्यौहार मनाने के पीछे कि अवधारणा बताइए
‘’चेटीचंड’’ सिंधी समुदाय का त्योहार है | भगवान झूलेलाल का जन्मोत्सव के रूप में पूरे देश में मनाया जाता है | इस त्योहार से जुड़ी हुई किवंदती है कि चूंकि सिंधी समुदाय व्यापारिक वर्ग रहा है सो ये व्यापार के लिए जब जलमार्ग से गुजरते थे लूटपाट , समुंद्री घटनाओं से बचाने के लिए यात्रा के लिए जाते समय महिलाएं वरुण देवता की स्तुति करती थीं व तरह-तरह की मन्नते मांगती थीं। चूंकि भगवान झूलेलाल जल के देवता हैं अत: यह सिंधी लोग के आराध्य देव माने जाते हैं। जब पुरुष वर्ग सकुशल घर लौट आता था तब चेटीचंड को उत्सव के रूप में मनाया जाता था।
Originally written on
April 29, 2018
and last modified on
April 29, 2018.