चीन “Five-hundred-meter Aperture Spherical Telescope (FAST)” अंतर्राष्ट्रीय वैज्ञानिकों के लिए खोला जायेगा

चीन “Five-hundred-meter Aperture Spherical Telescope (FAST)” अंतर्राष्ट्रीय वैज्ञानिकों के लिए खोला जायेगा

चीन ने विश्व के सबसे बड़े रेडियो टेलिस्कोप का निर्माण किया है, चीन ने इसे Five-hundred-meter Aperture Spherical Telescope (FAST) नाम दिया है। यह टेलिस्कोप चीन के गुइझोउ में पिंगटांग में स्थित है। हाल ही में, चीन ने अंतर्राष्ट्रीय वैज्ञानिकों के लिए दुनिया में सबसे बड़ा रेडियो टेलीस्कोप खोलने की घोषणा की है। अगले वर्ष से विदेशी वैज्ञानिक इस उपकरण के लिए उपयोग के लिए आवेदन कर सकते हैं।

मुख्य बिंदु

हाल ही में प्यूर्टो रिको में अरेसीबो ऑब्जर्वेटरी के नष्ट होने के बाद चीन ने यह कदम उठाया है। Five-hundred-meter Aperture Spherical Telescope (FAST) ने वर्ष 2016 में दुनिया में सबसे बड़े रेडियो टेलीस्कोप के रूप में अरेसीबो ऑब्जर्वेटरी को पछाड़ दिया था। इससे पहले, 53 वर्षों तक अरेसीबो ऑब्जर्वेटरी दुनिया में सबसे बड़ा रेडियो टेलीस्कोप था।

FAST की विशेषताएं

FAST टेलिस्कोप की डिश का व्यास 1,600 फुट (500 मीटर) है। इस टेलिस्कोप का रिफ्लेक्टर एल्यूमीनियम पैनल से बना हुआ है। इस टेलिस्कोप की सतह एक भूगर्भिक गुंबद (geodesic dome) के आकार में है, यह सतह 4450 त्रिकोणीय पैनल से बनी हुई है। FAST के चारों ओर 5 मीटर की रेडियो-साइलेंस ज़ोन है। इस टेलिस्कोप पर 2011 में काम शुरू हुआ था और यह 2016 में बनकर पूरा हुआ। इसे जनवरी 2020 में से चालू कर दिया गया था।

अरेसिबो टेलीस्कोप

अरेसिबो टेलीस्कोप  में क्षुद्रग्रहों, ग्रहों, आयन मण्डल का निरीक्षण करने के लिए सबसे शक्तिशाली राडार लगाया गया है। इस टेलिस्कोप ने बाह्य ग्रहों, दूरस्थ आकाशगंगाओं में प्री-बायोटिक अणुओं और पहले मिलीसेकंड पल्सर की खोज की है। प्रीबायोटिक अणु ऐसे पदार्थ हैं जो जीवन की उत्पत्ति का कारण बनते हैं। टेलीस्कोप ने  बाह्य-ग्रहों में जीवन की खोज में एक हब के रूप में कार्य किया था।

1993 में, वैज्ञानिक जोसेफ टेलर और रसेल हुल्स को भौतिकी में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। वे इस टेलिस्कोप की मदद से एक बाइनरी पल्सर की निगरानी करते थे। यह गुरुत्वाकर्षण तरंगों के अस्तित्व का पहला प्रमाण था।

यह टेलीस्कोप प्यूर्टो रिको का प्रतीक बन गया था। इसने हर साल 90000 से अधिक आगंतुकों को आकर्षित किया।

Originally written on December 22, 2020 and last modified on December 22, 2020.

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