ग्रामीण वित्तीय सशक्तिकरण की दिशा में एक और कदम: हैदराबाद में ‘निवेशक दीदी’ पहल का दूसरा चरण प्रारंभ

ग्रामीण वित्तीय सशक्तिकरण की दिशा में एक और कदम: हैदराबाद में ‘निवेशक दीदी’ पहल का दूसरा चरण प्रारंभ

भारत सरकार के कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत निवेशक शिक्षा और संरक्षण निधि प्राधिकरण (IEPFA) ने अपनी प्रमुख वित्तीय साक्षरता पहल ‘निवेशक दीदी’ के दूसरे चरण का शुभारंभ 1 सितंबर 2025 को हैदराबाद में किया। इस पहल का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण समुदायों, विशेषकर महिलाओं, को वित्तीय रूप से सशक्त बनाना और जागरूकता फैलाना है।

महिला-केंद्रित वित्तीय सशक्तिकरण की पहल

हैदराबाद के पटेलगुड़ा पंचायत में आयोजित वित्तीय जागरूकता शिविर के माध्यम से इस पहल की शुरुआत की गई। इस अवसर पर IEPFA की CEO श्रीमती अनिता शाह अकेल्ला और तेलंगाना सर्किल के इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (IPPB) के क्षेत्रीय प्रमुख श्री कृष्ण कुमार एल उपस्थित रहे।
श्रीमती अकेल्ला ने कहा कि “महिलाओं और ग्रामीण परिवारों को वित्तीय जानकारी से लैस करना आज की आवश्यकता है। इससे वे न केवल अपने धन की सुरक्षा कर पाएंगी, बल्कि भारत की आर्थिक प्रणाली में सक्रिय रूप से भागीदार भी बनेंगी।” उन्होंने ‘निवेशक दीदी’ को ज्ञान के अंतर को भरने और आत्मविश्वास बढ़ाने का एक प्रभावी माध्यम बताया।
शिविर में स्थानीय भाषा तेलुगु का उपयोग किया गया जिससे उपस्थितजन सरलता से जानकारी को समझ सकें।

दूसरे चरण की विशेषताएं और विस्तार

‘निवेशक दीदी’ के दूसरे चरण में पहले चरण की सफलता को आधार बनाते हुए कई नए तत्व जोड़े गए हैं। इनमें आउटरीच का विस्तार, अधिक संवादात्मक प्रशिक्षण मॉड्यूल, और जमीनी स्तर की संगठनों के साथ सहयोग शामिल है ताकि प्रभाव को अधिकतम किया जा सके।
इस चरण में महिलाओं के वित्तीय सशक्तिकरण, बचत, निवेश की सुरक्षा, धोखाधड़ी से बचाव और डिजिटल प्लेटफार्मों के माध्यम से सुरक्षित लेन-देन को प्रमुखता दी गई है।
IPPB के श्री कृष्ण कुमार एल ने अपने संबोधन में ग्रामीण क्षेत्रों में IPPB की पहुंच और अंतिम छोर तक वित्तीय सेवाओं की डिलीवरी की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने इसे ग्रामीण नागरिकों के लिए सुरक्षित और पारदर्शी वित्तीय समाधान तक पहुंच सुनिश्चित करने वाला साधन बताया।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • ‘निवेशक दीदी’ पहल IEPFA की प्रमुख वित्तीय साक्षरता योजना है, जिसका उद्देश्य महिलाओं और ग्रामीण समुदायों में वित्तीय जागरूकता बढ़ाना है।
  • IEPFA की स्थापना भारत सरकार द्वारा निवेशकों की शिक्षा, जागरूकता और संरक्षण हेतु की गई थी।
  • इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (IPPB) की पहुंच देश के लाखों गांवों और पंचायतों तक है, जिससे यह अंतिम छोर तक वित्तीय सेवाएं प्रदान करता है।
  • वित्तीय धोखाधड़ी से बचाव, सुरक्षित निवेश और डिजिटल भुगतान प्रणाली पर प्रशिक्षण, ‘निवेशक दीदी’ के प्रशिक्षण मॉड्यूल के मुख्य घटक हैं।

निष्कर्ष

‘निवेशक दीदी’ पहल का दूसरा चरण न केवल वित्तीय जागरूकता को विस्तार देने की दिशा में एक ठोस कदम है, बल्कि यह ग्रामीण भारत की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में भी सहायक सिद्ध होगा। इस कार्यक्रम की सफलताएं यह दर्शाती हैं कि जब नीतियों को स्थानीय भाषाओं, आवश्यकताओं और सामाजिक संरचनाओं के अनुरूप तैयार किया जाता है, तो वे जमीनी स्तर पर व्यापक प्रभाव डालती हैं। IEPFA और उसके साझेदार संस्थानों की यह पहल भारत को वित्तीय रूप से अधिक सशक्त, जागरूक और सुरक्षित समाज की ओर ले जाने में निर्णायक भूमिका निभा सकती है।

Originally written on September 2, 2025 and last modified on September 2, 2025.

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