गोवा के कनकोना में एशिया की सबसे ऊंची भगवान राम प्रतिमा का अनावरण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गोवा के कनकोना क्षेत्र का दौरा करेंगे, जहां वे भगवान राम की 77 फीट ऊंची कांस्य प्रतिमा का अनावरण करेंगे। यह प्रतिमा एशिया की सबसे ऊंची भगवान राम प्रतिमा के रूप में मान्यता प्राप्त कर चुकी है। यह आयोजन श्री संस्थान गोकर्ण पर्तगली जीवोत्तम मठ की 550वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित किया जा रहा है, जिसमें स्मारक डाक टिकट और सिक्के का विमोचन भी शामिल है।
प्रतिमा और मठ का महत्व
पर्तगली मठ भारत की प्राचीनतम आध्यात्मिक संस्थाओं में से एक है, जिसने सदियों से धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यह मठ सारस्वत ब्राह्मण समुदाय सहित व्यापक हिंदू समाज में अत्यंत सम्मानित स्थान रखता है। प्रसिद्ध मूर्तिकार राम सुतार द्वारा निर्मित यह विशाल कांस्य प्रतिमा भगवान राम की मर्यादा, आदर्श और संस्कृति के प्रतीक रूप में स्थापित की जा रही है। इसका उद्देश्य मठ को एक प्रमुख तीर्थस्थल के रूप में और अधिक सशक्त पहचान प्रदान करना है।
550वीं वर्षगांठ और सांस्कृतिक उत्सव
मठ की 550वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित “सार्ध पंचशत महोत्सव” 11 दिनों तक चलेगा 27 नवंबर से 7 दिसंबर तक। इस दौरान धार्मिक प्रवचन, सांस्कृतिक कार्यक्रम, सामुदायिक जनकल्याण गतिविधियाँ और देशभर के प्रमुख मठाधीशों के आगमन जैसे विविध आयोजन होंगे। इस ऐतिहासिक अवसर के लिए कई प्रमुख धार्मिक गुरुओं को औपचारिक “स्नेह पत्र” भी भेजा गया है।
नई परियोजनाएँ: रामायण थीम पार्क और संग्रहालय
भगवान राम के जीवन मूल्यों को प्रसारित करने के उद्देश्य से एक “रामायण थीम पार्क” का निर्माण किया जा रहा है। इसके साथ ही 10,000 वर्ग फुट क्षेत्र में एक आधुनिक संग्रहालय भी तैयार हो रहा है, जिसमें भगवान राम से संबंधित डाक टिकट, सिक्के और ऐतिहासिक वस्तुएँ प्रदर्शित की जाएंगी। इनमें विजयनगर काल से लेकर आधुनिक युग तक की सांस्कृतिक धरोहरें शामिल होंगी। इन पहलों से पर्तगली मठ को एक प्रमुख सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक केंद्र के रूप में विकसित करने में मदद मिलेगी।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- गोवा में भगवान राम की कांस्य प्रतिमा 77 फीट ऊंची है यह एशिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है।
- पर्तगली मठ अपनी स्थापना की 550वीं वर्षगांठ मना रहा है।
- प्रतिमा का निर्माण प्रसिद्ध मूर्तिकार राम सुतार ने किया है।
- इस अवसर पर स्मारक डाक टिकट और सिक्का जारी किया जा रहा है।
सुरक्षा व्यवस्थाएँ और प्रशासनिक तैयारी
प्रधानमंत्री की यात्रा को देखते हुए दक्षिण गोवा प्रशासन ने मठ और उसके दो किलोमीटर के दायरे में ड्रोन और हवाई फोटोग्राफी पर अस्थायी प्रतिबंध लगाया है। यह निर्देश “भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता” की धारा 163 के तहत जारी किया गया है। इन सुरक्षा उपायों का उद्देश्य प्रधानमंत्री के उच्च-स्तरीय कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा और व्यवस्था सुनिश्चित करना है।