गिफ्ट सिटी में विदेशी मुद्रा निपटान प्रणाली (FCSS) की शुरुआत: भारत के वित्तीय आत्मनिर्भरता की नई दिशा

गिफ्ट सिटी में विदेशी मुद्रा निपटान प्रणाली (FCSS) की शुरुआत: भारत के वित्तीय आत्मनिर्भरता की नई दिशा

भारतीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 7 अक्टूबर 2025 को गुजरात के अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (IFSC), गिफ्ट सिटी में “विदेशी मुद्रा निपटान प्रणाली” (Foreign Currency Settlement System – FCSS) का उद्घाटन किया। यह ऐतिहासिक पहल भारत को वैश्विक वित्तीय मानचित्र पर मजबूत करती है, और देश को हांगकांग, टोक्यो, और मनीला जैसे प्रतिष्ठित वित्तीय केंद्रों की कतार में खड़ा करती है।

FCSS: विदेशी मुद्रा लेन-देन की क्रांति

अब तक गिफ्ट सिटी में कार्यरत संस्थाएं अमेरिकी डॉलर, यूरो और येन जैसी वैश्विक मुद्राओं में लेन-देन के लिए विदेशी बैंकों और कॉरस्पॉन्डेंट बैंकिंग नेटवर्क पर निर्भर थीं। इससे लेन-देन में 36 से 48 घंटे तक का समय और अधिक लागत लगती थी।
FCSS की शुरुआत से अब ये लेन-देन गिफ्ट सिटी के अंदर ही, रियल टाइम या उसके निकटतम समय में निपटाए जा सकेंगे। इससे:

  • लेन-देन समय घटकर केवल 4-5 सेकंड हो गया है।
  • तरलता प्रबंधन में सुधार आया है।
  • जोखिम और लागत में कमी आई है।
  • ऑपरेशनल एफिशिएंसी बढ़ी है।

FCSS कैसे काम करता है?

इस प्रणाली के अंतर्गत:

  • एक स्थानीय सेटलमेंट बैंक (प्रारंभ में स्टैंडर्ड चार्टर्ड) को केंद्र बिंदु बनाया गया है।
  • IFSC बैंकिंग इकाइयां (IBUs) इसमें खाते खोलेंगी।
  • विदेशी मुद्रा लेन-देन सीधे इन खातों से निपटाए जाएंगे, जिससे पारंपरिक Nostro अकाउंट की ज़रूरत नहीं रहेगी।
  • प्रारंभ में यह प्रणाली अमेरिकी डॉलर के लेन-देन को सपोर्ट करेगी, भविष्य में अन्य मुद्राएं भी जुड़ेंगी।
  • प्रणाली को Payment and Settlement Systems Act, 2007 के तहत अधिकृत किया गया है।
  • CCIL IFSC Ltd इसका अधिकृत Payment System Operator है और सॉफ़्टवेयर RBI की अनुषंगी IFTAS द्वारा विकसित किया गया है।

गिफ्ट सिटी: भारत का वैश्विक वित्तीय विज़न

गिफ्ट सिटी (Gujarat International Finance Tec-City) भारत का पहला विशेष आर्थिक क्षेत्र है, जो वैश्विक बैंकिंग, बीमा, फिनटेक और पूंजी बाज़ार गतिविधियों के लिए बनाया गया है। यह गांधीनगर और अहमदाबाद के बीच 886 एकड़ भूमि पर फैला हुआ है।

  • इसकी परिकल्पना 2007 में की गई थी।
  • IFSCA (2020 में स्थापित) इसकी सभी वित्तीय गतिविधियों का नियमन करता है।
  • यह शून्य पूंजीगत लाभ कर, कर अवकाश, और उदार नियामकीय ढांचे जैसी सुविधाओं के साथ एक अलग न्यायिक क्षेत्र की तरह संचालित होता है।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • GIFT सिटी में अब तक 1000 से अधिक पंजीकृत संस्थाएं कार्यरत हैं।
  • India INX और NSE IX जैसी एक्सचेंजें 22 घंटे ग्लोबल ट्रेडिंग की सुविधा देती हैं।
  • भारत का पहला एयरक्राफ्ट और शिप लीजिंग यूनिट यहीं स्थापित हुआ।
  • Standard Chartered, HSBC, MUFG, और Morgan Stanley जैसी वैश्विक कंपनियों की उपस्थिति है।
  • FCSS के बाद भारत को प्रतिवर्ष करोड़ों डॉलर के विदेशी निपटान शुल्क की बचत होगी।
Originally written on October 9, 2025 and last modified on October 9, 2025.

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