गाजा युद्ध में रेड क्रॉस की भूमिका: मानवीय सेवा और कूटनीतिक संतुलन

गाजा युद्ध में रेड क्रॉस की भूमिका: मानवीय सेवा और कूटनीतिक संतुलन

गाजा युद्ध के दौरान अंतर्राष्ट्रीय रेड क्रॉस समिति (ICRC) की भूमिका केवल बंधकों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचाने तक सीमित नहीं है। यह संस्था एक तटस्थ, स्वतंत्र और मानवीय संगठन के रूप में कार्य करती है, जो सशस्त्र संघर्षों से प्रभावित लोगों को सुरक्षा और सहायता प्रदान करने के लिए जानी जाती है। गाजा में जारी युद्ध के दौरान रेड क्रॉस ने न केवल बंधक-प्रिजनर विनिमय में सक्रिय भूमिका निभाई, बल्कि उसके पीछे चल रही अदृश्य कूटनीतिक गतिविधियाँ भी उतनी ही महत्वपूर्ण रही हैं।

मानवीय संचालन से परे कूटनीति

रेड क्रॉस का दावा है कि उसकी भूमिका केवल परिवहन सेवा तक सीमित नहीं है। संस्था का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि युद्ध से प्रभावित व्यक्तियों को सुरक्षित, गरिमापूर्ण और निष्पक्ष सहायता मिले। उदाहरण के लिए, नवंबर 2023 और जनवरी 2024 में हुए युद्धविरामों के दौरान रेड क्रॉस ने बंधकों और कैदियों के आदान-प्रदान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इस प्रक्रिया में संस्था का तटस्थ रवैया दोनों पक्षों—इज़राइल और हमास—के साथ संवाद और समन्वय को संभव बनाता है। रेड क्रॉस के प्रतिनिधि जूलियन लेरिसन के अनुसार, यह गोपनीय कूटनीति ही संस्था की सफलता की कुंजी है, क्योंकि इससे दोनों पक्षों को अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून के अनुरूप कार्य करने के लिए प्रेरित किया जा सकता है।

आलोचना और चुनौतियाँ

हालांकि, रेड क्रॉस को इस संघर्ष के दौरान दोनों पक्षों से तीखी आलोचना का सामना करना पड़ा है। इज़राइली बंधकों के परिजनों ने आरोप लगाया कि संस्था ने बंधकों से मुलाकात नहीं की और उनकी चिकित्सा आवश्यकताओं को नज़रअंदाज़ किया। वहीं, रेड क्रॉस ने बताया कि उसे बंधकों की सटीक लोकेशन की जानकारी नहीं थी और उसका अधिकांश कार्य पर्दे के पीछे चलता है।
उसी तरह, 7 अक्टूबर 2023 के हमले के बाद इज़राइल में बंद किए गए फ़िलिस्तीनी कैदियों से मुलाकात की अनुमति रेड क्रॉस को नहीं दी गई, जिससे उसकी क्षमता सीमित रही। हालांकि, संस्था ने बताया कि उसने अब तक विनिमय के दौरान रिहा किए गए 1,250 से अधिक लोगों से बातचीत कर उनके साथ हुए व्यवहार और हिरासत की स्थिति के बारे में जानकारी जुटाई है।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • रेड क्रॉस की स्थापना 1863 में स्विट्ज़रलैंड में हुई थी और इसका मुख्यालय जेनेवा में है।
  • ICRC को अब तक तीन बार नोबेल शांति पुरस्कार मिल चुका है (1917, 1944, 1963)।
  • रेड क्रॉस केवल उन्हीं स्थानों पर सक्रिय रूप से कार्य कर सकता है जहाँ उसे सभी पक्षों से अनुमति मिलती है।
  • गाजा युद्ध के दौरान, जनवरी 2024 के युद्धविराम में रेड क्रॉस ने दर्जनों बंधकों को सुरक्षित रूप से रिहा कराना सुनिश्चित किया।
Originally written on October 15, 2025 and last modified on October 15, 2025.

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