गाज़ा युद्धविराम की ओर बढ़ते कदम: अमेरिकी मध्यस्थता में शांति की नई उम्मीद

गाज़ा में लगभग 19 महीनों से चल रहे विनाशकारी युद्ध के बाद, अब इज़राइल और हमास एक नए युद्धविराम की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। इस बार मध्यस्थ की भूमिका अमेरिका निभा रहा है, जिसमें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ़ प्रमुख भूमिका में हैं। युद्ध के चलते गाज़ा में भारी जानमाल का नुकसान हुआ है, और पूरे अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इज़राइल पर दबाव लगातार बढ़ रहा है।

युद्ध की वर्तमान स्थिति

7 अक्टूबर 2023 को हमास द्वारा किए गए हमले में 1,200 इज़राइली नागरिकों की मौत और 250 बंधकों की गिरफ्तारी के बाद, इज़राइल ने गाज़ा पर व्यापक सैन्य अभियान शुरू किया था। इसका उद्देश्य हमास को समाप्त करना और बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करना था। हालांकि, अब तक 54,000 से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है और 1.23 लाख से ज्यादा घायल हो चुके हैं। गाज़ा की पूरी आबादी विस्थापित हो चुकी है, लेकिन हमास अब भी क्षेत्र में प्रभावशाली बना हुआ है।

अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नाराजगी

इज़राइल के बेकाबू सैन्य हमलों और मानवीय संकट के चलते उसके पुराने सहयोगी जैसे जर्मनी, ब्रिटेन और फ्रांस भी आलोचना कर रहे हैं। पश्चिमी देशों ने गाज़ा पर हमले रोकने और वेस्ट बैंक में यहूदी बस्तियों के विस्तार को बंद करने की मांग की है। यहां तक कि राष्ट्रपति ट्रंप ने भी गाज़ा में भुखमरी की स्थिति पर चिंता जताई है।

विटकॉफ़ युद्धविराम प्रस्ताव क्या है?

अमेरिकी दूत स्टीव विटकॉफ़ द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव में 60 दिनों के युद्धविराम की बात की गई है। इसके तहत:

  • बंधकों की रिहाई: पहले और सातवें दिन, 10 जीवित इज़राइली बंधकों और 18 मृत बंधकों की रिहाई होगी।
  • बदले में रिहाई: इज़राइल 125 आजीवन कारावास वाले कैदी और 1,111 अन्य फिलिस्तीनी बंदियों को रिहा करेगा। साथ ही 180 मृत फिलिस्तीनी नागरिकों के शव लौटाएगा।
  • सैन्य गतिविधियों पर रोक: इज़राइली सेना गाज़ा के उत्तर और दक्षिण में फिर से तैनात होगी और हमले रोके जाएंगे।
  • मानवीय सहायता: युद्धविराम के पहले दिन से ही सहायता भेजी जाएगी, जिसे संयुक्त राष्ट्र और रेड क्रिसेंट के माध्यम से वितरित किया जाएगा।
  • स्थायी युद्धविराम पर वार्ता: पहले दिन से ही स्थायी शांति समझौते की वार्ता शुरू होगी।

हमास की मांगें और विवाद

हमास ने प्रस्ताव को एक “जिम्मेदार प्रतिक्रिया” के रूप में देखा है लेकिन इसमें संशोधन की मांग की है:

  • गाज़ा से इज़राइली सेना की पूर्ण वापसी
  • युद्धविराम के बाद सैन्य कार्रवाई नहीं करने की गारंटी
  • राहत सामग्री की निर्बाध आपूर्ति

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • गाज़ा पट्टी: यह क्षेत्र 41 किमी लंबा और 6-12 किमी चौड़ा है, जहां लगभग 2.3 मिलियन लोग रहते हैं।
  • हमास: 1987 में बनी यह इस्लामिक संगठन गाज़ा पर 2007 से शासन कर रही है।
  • इज़राइली कब्जा: 1967 के युद्ध के बाद से इज़राइल वेस्ट बैंक और पूर्वी यरूशलम पर कब्जा किए हुए है।
  • संयुक्त राष्ट्र के अनुमान: गाज़ा में अब लगभग पूरी आबादी खाद्य संकट की चपेट में है।
  • बच्चों पर प्रभाव: अब तक 50,000 से अधिक बच्चों की मौत या चोट लग चुकी है, यूनिसेफ के अनुसार।

गाज़ा में संभावित युद्धविराम की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण पहल है, लेकिन इसकी सफलता इस पर निर्भर करती है कि इज़राइल और हमास किस हद तक एक-दूसरे की शर्तों को मानने को तैयार होते हैं। गाज़ा के भविष्य को लेकर मतभेद बने रहने के कारण, फिलहाल स्थायी शांति की राह कठिन दिख रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *