खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2025 में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी का ऐतिहासिक डबल खिताब
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने भारतीय विश्वविद्यालय खेलों के इतिहास में नया कीर्तिमान स्थापित करते हुए खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का खिताब लगातार दूसरी बार जीत लिया है। राजस्थान में आयोजित 5वें खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स (केआईयूजी) 2025 में पदक तालिका में शीर्ष स्थान हासिल कर विश्वविद्यालय ने खुद को देश की सबसे मजबूत यूनिवर्सिटी खेल शक्ति के रूप में एक बार फिर साबित किया है।
केआईयूजी 2025 में रिकॉर्ड तोड़ पदक प्रदर्शन
केआईयूजी के पांचवें संस्करण में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने कुल 67 पदक अपने नाम किए, जिनमें 42 स्वर्ण, 14 रजत और 11 कांस्य पदक शामिल हैं। यह खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के इतिहास में किसी एक विश्वविद्यालय द्वारा जीते गए सर्वाधिक स्वर्ण पदकों का रिकॉर्ड है। इससे पहले केआईयूजी 2024 में भी विश्वविद्यालय ने 71 पदक जीते थे, जिनमें 32 स्वर्ण शामिल थे। लगातार दो संस्करणों में शानदार प्रदर्शन ने विश्वविद्यालय की निरंतर श्रेष्ठता को रेखांकित किया है।
खेलों का पैमाना और राष्ट्रीय महत्व
खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2025 का आयोजन 24 नवंबर से 5 दिसंबर तक किया गया। यह आयोजन भारतीय खेल प्राधिकरण और एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज के संयुक्त तत्वावधान में संपन्न हुआ। प्रतियोगिता में देशभर की 222 यूनिवर्सिटियों के लगभग 5,000 खिलाड़ियों ने भाग लिया। इस बहु-खेल आयोजन में 23 पदक स्पर्धाएं शामिल थीं, जबकि खो-खो को प्रदर्शन खेल के रूप में रखा गया, जिससे यह भारत के सबसे बड़े विश्वविद्यालय खेल आयोजनों में से एक बन गया।
विभिन्न खेलों में शानदार प्रदर्शन
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के खिलाड़ियों ने पारंपरिक और नए दोनों तरह के खेलों में दमदार प्रदर्शन किया। पहली बार शामिल की गई कैनोइंग और कयाकिंग स्पर्धाओं में विश्वविद्यालय ने 23 स्वर्ण पदक जीतकर दबदबा कायम किया। साइक्लिंग में भी टीम का प्रदर्शन उल्लेखनीय रहा। इसके अलावा तैराकी और एथलेटिक्स में मिले पदकों ने कुल पदक संख्या को मजबूती दी, जिससे विश्वविद्यालय की बहुआयामी खेल क्षमता सामने आई।
संस्थागत समर्थन और खेल दृष्टिकोण
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की इस सफलता के पीछे उसकी सुव्यवस्थित खेल नीति, आधुनिक खेल अवसंरचना और खिलाड़ियों के लिए मजबूत समर्थन प्रणाली को प्रमुख कारण माना जा रहा है। विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान की जाने वाली खेल छात्रवृत्तियां, अनुभवी कोचिंग स्टाफ, विशेष आहार व्यवस्था और विश्वस्तरीय सुविधाएं खिलाड़ियों को उच्च स्तर पर प्रदर्शन के लिए तैयार करती हैं। यही दीर्घकालिक खेल दृष्टि विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के एथलीट तैयार करने में सक्षम बना रही है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स की शुरुआत वर्ष 2020 में हुई थी।
- केआईयूजी 2025 में देश की 222 यूनिवर्सिटियों के खिलाड़ियों ने भाग लिया।
- कैनोइंग और कयाकिंग को पहली बार केआईयूजी 2025 में शामिल किया गया।
- चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी को इससे पहले खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए माका ट्रॉफी भी मिल चुकी है।
कुल मिलाकर, खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2025 में लगातार दूसरी बार खिताब जीतना चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की खेल संस्कृति, दूरदर्शी नीतियों और खिलाड़ियों की मेहनत का प्रमाण है। यह उपलब्धि न केवल विश्वविद्यालय के लिए गर्व की बात है, बल्कि भारतीय विश्वविद्यालय खेलों के स्तर को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की दिशा में भी एक अहम कदम है।