खरीफ खाद्यान्न उत्पादन 2021 में 150.50 मिलियन टन तक पहुंचेगा : कृषि मंत्रालय

कृषि मंत्रालय के अनुसार, बेहतर चावल उत्पादन के साथ 2021 के खरीफ सीजन में भारत का खाद्यान्न उत्पादन 150.50 मिलियन टन के रिकॉर्ड को छूने की उम्मीद है।
मुख्य बिंदु
- फसल वर्ष 2020-21 के खरीफ सीजन में चावल, दाल और मोटे अनाज से युक्त खाद्यान्न उत्पादन 149.56 मिलियन टन था।
- चावल, गन्ना और कपास में रिकॉर्ड उत्पादन की उम्मीद है।
- हालांकि, 2021 के खरीफ सीजन के दौरान मोटे अनाज और तिलहन का उत्पादन कम रहने का अनुमान है।
- 2020-2021 में 8.69 मिलियन टन की तुलना में 2021-22 खरीफ सीजन में दालों का उत्पादन 9.45 मिलियन टन तक पहुंचने की संभावना है।
- अरहर का उत्पादन 2020-2021 में 4.28 मिलियन टन की तुलना में 4.43 मिलियन टन तक पहुंचने का अनुमान है।
- मोटे अनाज का उत्पादन पिछले साल के 36.46 मिलियन टन से घटकर 34 मिलियन टन रहने की संभावना है।
- 2020 में 21.44 मिलियन टन की तुलना में 2021 में मक्का का उत्पादन घटकर 21.24 मिलियन टन रहने की उम्मीद है।
खरीफ फसल
खरीफ फसल या मानसून फसल या शरद ऋतु फसल भारतीय उपमहाद्वीप में मानसून के मौसम के दौरान भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश में खेती और कटाई की जाती है। मानसून जून से नवंबर तक रहता है। भारतीय उपमहाद्वीप के कुछ हिस्सों में मई की शुरुआत में मानसून की बारिश शुरू हो जाती है। इन फसलों की कटाई आमतौर पर सितंबर के तीसरे सप्ताह से अक्टूबर तक की जाती है। भारत में प्रमुख खरीफ फसलों में शामिल हैं- चावल, मक्का और कपास।
Originally written on
September 22, 2021
and last modified on
September 22, 2021.