कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन में सेशेल्स की पूर्ण सदस्यता
भारतीय महासागर क्षेत्र में क्षेत्रीय सुरक्षा सहयोग को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए सेशेल्स अब औपचारिक रूप से “कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन” (Colombo Security Conclave – CSC) का नवीनतम सदस्य बन गया है। यह घोषणा नई दिल्ली में आयोजित सम्मेलन की सातवीं राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) स्तर की बैठक में की गई। इस मंच का उद्देश्य हिंद महासागर से लगे देशों के बीच सुरक्षा, समुद्री सहयोग और स्थिरता को बढ़ाना है।
नई दिल्ली में आयोजित सम्मेलन और भागीदारी
बैठक की अध्यक्षता भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने की, जिसमें मौजूदा सदस्य देशों भारत, मालदीव, मॉरीशस, श्रीलंका और बांग्लादेश के उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल शामिल हुए। सेशेल्स पहले एक पर्यवेक्षक (Observer State) के रूप में भाग लेता था, लेकिन इस बैठक में उसे औपचारिक रूप से पूर्ण सदस्यता दी गई। इसके अलावा मलेशिया पहली बार अतिथि देश (Guest State) के रूप में सम्मेलन में शामिल हुआ। इस बैठक ने सदस्य देशों के बीच क्षेत्रीय सुरक्षा ढांचे को और मजबूत करने का अवसर प्रदान किया।
सुरक्षा सहयोग की प्रगति और भविष्य की दिशा
भारत द्वारा नियुक्त पहले महासचिव ने सम्मेलन में अब तक की प्रगति पर विस्तृत समीक्षा प्रस्तुत की। इस समीक्षा में सहयोग के पाँच प्रमुख स्तंभों समुद्री सुरक्षा, आतंकवाद-निरोध, अंतरराष्ट्रीय अपराधों से निपटना, साइबर सुरक्षा और आपदा प्रबंधन के अंतर्गत हुए कार्यों पर चर्चा की गई। सभी सदस्य देशों ने इन क्षेत्रों में की गई उपलब्धियों का आकलन किया और भविष्य के लिए सहयोग के नए चरणों की रूपरेखा तैयार की।
साझा समुद्री विरासत पर भारत का दृष्टिकोण
भारत ने बैठक के दौरान यह स्पष्ट किया कि हिंद महासागर सभी सहभागी देशों की साझा विरासत है, और इसकी सुरक्षा व स्थिरता सामूहिक जिम्मेदारी है। साझा समुद्री भूगोल को परस्पर विश्वास और सहयोग की नींव बताया गया। भारत ने यह भी रेखांकित किया कि क्षेत्रीय साझेदारी के माध्यम से हिंद महासागर में शांति और आर्थिक समृद्धि सुनिश्चित की जा सकती है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन पाँच स्तंभों पर आधारित है: समुद्री सुरक्षा, आतंकवाद-निरोध, अंतरराष्ट्रीय अपराध नियंत्रण, साइबर सुरक्षा और आपदा राहत।
- सातवीं NSA-स्तरीय बैठक नई दिल्ली में आयोजित की गई।
- सेशेल्स को इस बैठक में पूर्ण सदस्यता प्रदान की गई।
- मलेशिया पहली बार “Guest State” के रूप में सम्मेलन में शामिल हुआ।
यह सम्मेलन हिंद महासागर क्षेत्र में सामूहिक सुरक्षा को नया आयाम दे रहा है। सदस्य देशों द्वारा साझा अनुभवों, प्रशिक्षण कार्यक्रमों और क्षमता-विकास पहलों के माध्यम से क्षेत्रीय स्थिरता को सुदृढ़ करने का संकल्प इस मंच को वैश्विक सुरक्षा संवादों में एक महत्वपूर्ण स्थान प्रदान करता है।