कोडेक्स मसाला समिति के 8वें सत्र का गुवाहाटी में समापन: वैश्विक मसाला मानकों में भारत की निर्णायक भूमिका

गुवाहाटी में संपन्न हुआ कोडेक्स समिति ऑन स्पाइसेज़ एंड कुलिनरी हर्ब्स (CCSCH) का 8वां सत्र वैश्विक मसाला मानक निर्धारण के क्षेत्र में एक बड़ा मील का पत्थर सिद्ध हुआ। इस सत्र की प्रमुख उपलब्धि बड़े इलायची, वेनिला और धनिया के लिए तीन नए वैश्विक गुणवत्ता मानकों को अंतिम रूप देना रही, जिन्हें अब कोडेक्स एलीमेंटेरियस कमीशन द्वारा अंगीकार किए जाने की सिफारिश की गई है।
कोडेक्स समिति: भारत की पहल से वैश्विक मंच तक
कोडेक्स समिति ऑन स्पाइसेज़ एंड कुलिनरी हर्ब्स की स्थापना वर्ष 2013 में भारत की पहल पर हुई थी। यह समिति संयुक्त राष्ट्र के दो प्रमुख संगठनों—खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)—के अधीन कोडेक्स एलीमेंटेरियस कमीशन के अंतर्गत कार्य करती है। भारत, जो कि इस समिति का सचिवालय है, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अधीन आने वाले स्पाइसेज़ बोर्ड के माध्यम से वैश्विक मसाला मानकों के निर्माण में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
अब तक समिति ने काली मिर्च, हल्दी, जीरा, जायफल, इलायची और केसर सहित कुल 19 मसालों के लिए वैश्विक मानक तय कर लिए हैं। विशेष रूप से वेनिला के लिए मानक बनाना एक जटिल कार्य था, क्योंकि इसकी सुगंध रसायन और प्रसंस्करण में विविधता होती है। फिर भी, वैज्ञानिक सहयोग और अंतरराष्ट्रीय समझौते के माध्यम से इसे सफलतापूर्वक अंतिम रूप दिया गया।
वैश्विक मसाला व्यापार के लिए नए आयाम
तीनों नए मसाला मानकों—बड़े इलायची, वेनिला और धनिया—के तय होने से किसान, प्रोसेसर्स और निर्यातकों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकार्य दिशा-निर्देश प्राप्त होंगे। इससे गुणवत्ता सुनिश्चित होगी, व्यापारिक अस्पष्टता कम होगी और उपभोक्ताओं को उच्च गुणवत्ता वाले मसाले मिलेंगे। भारत, जो बड़े इलायची और धनिया का प्रमुख उत्पादक और निर्यातक है, इन नए मानकों से विशेष लाभान्वित होगा। वहीं, वेनिला जो भारत में मुख्यतः आयातित होता है, उसके लिए भी मानक निर्धारण से वैश्विक व्यापार में स्थिरता आएगी।
स्पाइसेज़ बोर्ड की सचिव, श्रीमती पी. हेमलता (IAS) ने कहा, “अब कोडेक्स में एक समान मानक स्थापित हो चुके हैं, जिससे मसाला उत्पादकों को वैश्विक बाज़ारों में अधिक स्पष्टता और विश्वास मिलेगा। इससे उपभोक्ताओं को भी गुणवत्ता और सुरक्षा की गारंटी मिलेगी।”
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- कोडेक्स एलीमेंटेरियस कमीशन संयुक्त रूप से FAO और WHO द्वारा संचालित वैश्विक खाद्य मानक संस्था है।
- कोडेक्स समिति ऑन स्पाइसेज़ एंड कुलिनरी हर्ब्स की स्थापना 2013 में भारत के अनुरोध पर हुई थी।
- अब तक 19 मसालों के लिए कोडेक्स वैश्विक गुणवत्ता मानक तय कर चुका है।
- गुवाहाटी में आयोजित 8वें सत्र में 30 देशों और पर्यवेक्षकों ने सक्रिय भागीदारी की।
भारत की नेतृत्व भूमिका और वैश्विक सहयोग
भारत द्वारा आयोजित इस सत्र में 30 देशों और पर्यवेक्षकों की भागीदारी ने वैश्विक खाद्य सुरक्षा और निष्पक्ष व्यापार के प्रति बढ़ती प्रतिबद्धता को दर्शाया। भारत ने इस प्रक्रिया में वैज्ञानिक और नियामकीय सहयोग का समन्वय कर यह सुनिश्चित किया कि वैश्विक मसाला मानक न केवल वैज्ञानिक दृष्टिकोण से मजबूत हों, बल्कि व्यावहारिक और निष्पक्ष भी हों।