कैबिनेट ने डेनमार्क के साथ स्वास्थ्य पर समझौता ज्ञापन को मंजूरी दी

कैबिनेट ने डेनमार्क के साथ स्वास्थ्य पर समझौता ज्ञापन को मंजूरी दी

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (भारत) और स्वास्थ्य मंत्रालय (डेनमार्क) के बीच स्वास्थ्य और चिकित्सा के क्षेत्रों में सहयोग पर समझौता ज्ञापन (MoU) को मंजूरी दे दी है।

MoU के लाभ

  • यह द्विपक्षीय समझौता ज्ञापन स्वास्थ्य क्षेत्र में संयुक्त पहल और प्रौद्योगिकी विकास द्वारा दोनों मंत्रालयों के बीच सहयोग को प्रोत्साहित करेगा और भारत व डेनमार्क के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करेगा।
  • यह संयुक्त पहल और स्वास्थ्य क्षेत्र में अनुसंधान के विकास के माध्यम से सहयोग को भी प्रोत्साहित करेगा।
  • यह समझौता ज्ञापन दोनों देशों में लोगों के सार्वजनिक स्वास्थ्य की स्थिति में सुधार की सुविधा प्रदान करेगा।

भारत-डेनमार्क संबंध (India- Denmark Relations)

दोनों देशों ने नई दिल्ली में डेनमार्क के दूतावास और कोपेनहेगन में भारत के दूतावास की स्थापना करके राजनयिक संबंध स्थापित किए हैं। दोनों देशों के बीच संबंध सौहार्दपूर्ण और मैत्रीपूर्ण हैं। यह राजनीति, अर्थशास्त्र, अकादमिक और अनुसंधान के क्षेत्र में सहयोग पर आधारित हैं।

पृष्ठभूमि

भारत और डेनमार्क के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों की नींव तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने रखी थी। 1947 में भारत की आजादी के बाद उन्होंने 1957 में डेनमार्क का दौरा किया था।

भारत में डेनिश कॉलोनी

ट्रैंक्यूबार (Tranquebar) 1620 से 1845 तक भारत में एक डेनिश कॉलोनी थी। ट्रैंक्यूबार तमिलनाडु का एक शहर है। इसे भारत में अन्य डेनिश बस्तियों के साथ, 1845 में ग्रेट ब्रिटेन को बेच दिया गया था। निकोबार द्वीप समूह को भी डेनमार्क द्वारा उपनिवेशित किया गया था और 1868 में अंग्रेजों को बेच दिया गया था।

Originally written on July 15, 2021 and last modified on July 15, 2021.

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