कैग्रीसेमा: मोटापे से लेकर हृदय स्वास्थ्य तक की नई क्रांतिकारी दवा
दुनिया भर में मोटापे की समस्या एक गंभीर स्वास्थ्य चुनौती बन चुकी है, और इसी बीच नोवो नॉर्डिस्क की नई प्रयोगात्मक दवा कैग्रीसेमा (CagriSema) वैश्विक चिकित्सा समुदाय में आशा की नई किरण बनकर उभरी है। यह दवा न केवल वजन प्रबंधन में असरदार साबित हो रही है, बल्कि प्रारंभिक क्लीनिकल डेटा के अनुसार यह हृदय स्वास्थ्य व रक्तचाप नियंत्रण में भी उल्लेखनीय लाभ प्रदान कर सकती है।
कैग्रीसेमा क्या है?
कैग्रीसेमा एक साप्ताहिक इंजेक्टेबल चिकित्सा है, जिसमें दो सक्रिय घटकों — सेमाग्लूटाइड और कैग्रिलिनटाइड — का संयोजन होता है।
- सेमाग्लूटाइड: यह पहले से ही वेगोवी (Wegovy) और ओज़ेम्पिक (Ozempic) जैसे ब्रांड्स के तहत प्रचलित है और ग्लूकागन-लाइक पेप्टाइड-1 (GLP-1) रिसेप्टर एगोनिस्ट के रूप में कार्य करता है, जो भूख को कम करता है और ब्लड शुगर नियंत्रण में मदद करता है।
- कैग्रिलिनटाइड: यह एक अमायलिन एनालॉग है जो अग्न्याशय के हार्मोन की नकल करता है, जिससे तृप्ति की भावना बढ़ती है और भोजन की मात्रा नियंत्रित होती है।
इन दोनों का संयुक्त प्रभाव शरीर में वजन कम करने के साथ-साथ चयापचयी सुधार भी करता है।
क्लीनिकल ट्रायल और मुख्य निष्कर्ष
REDEFINE 1 नामक फेज III क्लीनिकल ट्रायल में 68 सप्ताह तक अधिक वजन या मोटापे से ग्रस्त वयस्कों पर कैग्रीसेमा का परीक्षण किया गया।
- सिस्टोलिक रक्तचाप में औसतन 10.9 mmHg की गिरावट देखी गई, जो सेमाग्लूटाइड अकेले लेने वालों में 8.8 mmHg और प्लेसिबो ग्रुप में केवल 2.1 mmHg थी।
- सूजन संकेतक hs-CRP में लगभग 69% की कमी दर्ज की गई, जो दवा के सूजन-निरोधी प्रभाव को दर्शाता है।
- ट्रायल में शामिल लगभग 40% प्रतिभागियों ने अपने रक्तचाप की दवाएं कम या बंद कीं, जो कैग्रीसेमा की व्यापक प्रणालीगत प्रभावशीलता को दर्शाता है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- • कैग्रीसेमा में सेमाग्लूटाइड (GLP-1 एगोनिस्ट) और कैग्रिलिनटाइड (अमायलिन एनालॉग) का संयोजन है।
- • क्लीनिकल ट्रायल में सिस्टोलिक रक्तचाप में औसतन 10.9 mmHg की गिरावट देखी गई।
- • सूजन संकेतक hs-CRP स्तर में लगभग 69% की कमी आई।
- • लगभग 40% मरीजों ने रक्तचाप की दवाएं कम या बंद कर दीं।
दवा का द्वैत क्रियावली तंत्र
कैग्रीसेमा की कार्यप्रणाली दो हार्मोनल मार्गों को लक्षित करती है। सेमाग्लूटाइड जहां गैस्ट्रिक खाली होने की गति धीमी करता है और भूख को कम करता है, वहीं कैग्रिलिनटाइड मस्तिष्क में अमायलिन रिसेप्टर्स को सक्रिय कर तृप्ति बढ़ाता है।
इन दोनों का संयुक्त असर वजन घटाने से आगे बढ़कर हृदयवाहिनी स्वास्थ्य में सुधार और सूजन को कम करने का कार्य करता है। इससे यह स्पष्ट होता है कि दवा केवल वजन प्रबंधन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह कार्डियोप्रोटेक्टिव भूमिका भी निभा सकती है।
भविष्य की संभावनाएं
नोवो नॉर्डिस्क अब REDEFINE 3 नामक एक नया अध्ययन कर रहा है, जिसका उद्देश्य यह देखना है कि क्या कैग्रीसेमा दिल का दौरा, स्ट्रोक या हृदयजनित मृत्यु के जोखिम को कम कर सकती है।
यदि यह अध्ययन सफल होता है, तो मोटापे के उपचार का स्वरूप पूरी तरह बदल सकता है — यह अब केवल वजन घटाने की प्रक्रिया नहीं रह जाएगी, बल्कि एक समग्र चयापचयी और हृदय स्वास्थ्य रणनीति बन सकती है। हालांकि दीर्घकालिक सुरक्षा, लागत और पहुंच जैसे प्रश्न अब भी प्रासंगिक बने हुए हैं।