केवल 3% भूमि पर अभी तक मानव हस्तक्षेप नहीं : अध्ययन
कैम्ब्रिज के प्रमुख जैव विविधता क्षेत्र सचिवालय के शोधकर्ताओं ने पृथ्वी पर “अक्षुण्ण प्राकृतिक आवास” (Intact Habitat) की मात्रा का पता लगाया है। एक अक्षुण्ण आवास वह क्षेत्र है जहाँ मानव गतिविधि का कोई संकेत नहीं होता। हालांकि, इस अध्ययन में “इंटैक्ट हैबिटेट” को परिभाषित करने के लिए एक अतिरिक्त कारक शामिल किया गया है, जो कि इन क्षेत्रों में 500 से बरक़रार पौधे और पशु जीवन है।
मुख्य बिंदु
- यह व्यापक रूप से स्वीकार किया जाता है कि अक्षुण्ण आवास लगातार नष्ट हो रहे हैं। हालांकि, इस अध्ययन में पाया गया है कि अक्षुण्ण आवासों में प्रजातियां आक्रामक प्रजातियों या बीमारियों के कारण समाप्त रही हैं। इसका तात्पर्य है कि अक्षुण्ण आवास मानव गतिविधियों के बिना भी खतरों का सामना कर रहे हैं।
- कार्यात्मक रूप से अक्षुण्ण क्षेत्र उत्तरी कनाडा, बोरेल, कांगो बेसिन अमेज़ॅन, सहारा रेगिस्तान, टुंड्रा बायोम, पूर्वी साइबेरिया हैं।
- पहले यह दावा किया गया था कि पृथ्वी का 40% हिस्सा मानव गतिविधियों से मुक्त है। हालांकि, इस अध्ययन कहता है कि यह क्षेत्र मात्र 3% है।
पर्यावास अक्षुण्णता (Habitat Intactness)
यह ऐसा क्षेत्र है जिसमें मानव गतिविधियों का कोई संकेत नहीं है।
Faunal Intactness
यह वह क्षेत्र है जहाँ सभी मूल पशु प्रजातियाँ बरकरार रखता है जो एक विशेष अवधि में उस स्थान पर निवास करती हैं।
आगे का रास्ता
विश्व अब जैविक विविधता पर कन्वेंशन (Convention on Biological Diversity) के बाद 2020 ग्लोबल डाइवर्सिटी फ्रेमवर्क (2020 Global Diversity Framework) विकसित कर रहा है।
Originally written on
April 20, 2021
and last modified on
April 20, 2021.