केरल राज्य फिल्म पुरस्कार 2025: ‘मंजुम्मेल बॉयज़’ की धूम
55वें केरल राज्य फिल्म पुरस्कारों की घोषणा त्रिशूर में राज्य के मत्स्य, संस्कृति और युवा मामलों के मंत्री साजी चेरियन द्वारा की गई। अभिनेता प्रकाश राज की अध्यक्षता वाली सात-सदस्यीय जूरी ने 2024 की 128 फिल्मों में से विजेताओं का चयन किया। इस बार “मंजुम्मेल बॉयज़” ने सर्वश्रेष्ठ फिल्म और सर्वश्रेष्ठ निर्देशक सहित कई श्रेणियों में पुरस्कार जीतकर प्रमुखता हासिल की।
प्रमुख पुरस्कार और सम्मान
दिग्गज अभिनेता ममूटी को “ब्रamayugam” में उनके शानदार अभिनय के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार मिला। वहीं शमला हमज़ा को “फेमिनिची फातिमा” के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का खिताब मिला।
- सर्वश्रेष्ठ फिल्म: मंजुम्मेल बॉयज़ (निर्देशक: चिदंबरम एस पोडुवाल)
- सर्वश्रेष्ठ निर्देशक: चिदंबरम एस पोडुवाल (मंजुम्मेल बॉयज़)
- सर्वश्रेष्ठ द्वितीय फिल्म: फेमिनिची फातिमा
- सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म: प्रेमालु
- सर्वश्रेष्ठ नवोदित निर्देशक: फासिल मुहम्मद (फेमिनिची फातिमा)
तकनीकी और कलात्मक श्रेणियाँ
“मंजुम्मेल बॉयज़” ने कई तकनीकी श्रेणियों में भी बाज़ी मारी।
- सर्वश्रेष्ठ छायांकन: शायजू खालिद (मंजुम्मेल बॉयज़)
- सर्वश्रेष्ठ प्रोडक्शन डिज़ाइन: अजयन चालीश्शेरी
- मूल पटकथा: चिदंबरम एस पोडुवाल
- ध्वनि डिज़ाइन और मिक्सिंग: मंजुम्मेल बॉयज़ टीम
- सर्वश्रेष्ठ गीतकार: वेदन (“कुथांथ्रम”)
अन्य प्रमुख तकनीकी विजेता:
- संगीत निर्देशन: सुशिन श्याम (बोगनविलिया)
- पृष्ठभूमि संगीत: क्रिस्टो जेवियर (ब्रamayugam)
- संपादन: सूरज ईएस (किष्किंधा कांडम)
- विशेष प्रभाव (VFX): एआरएम टीम
- डबिंग कलाकार (पुरुष/महिला): भासी वैकोम और सायोनारा फिलिप
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- “मंजुम्मेल बॉयज़” को सर्वश्रेष्ठ फिल्म और निर्देशक का पुरस्कार मिला।
- ममूटी को “ब्रamayugam” के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता चुना गया।
- शमला हमज़ा को “फेमिनिची फातिमा” के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार मिला।
- फासिल मुहम्मद को सर्वश्रेष्ठ नवोदित निर्देशक घोषित किया गया।
- “प्रेमालु” को सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म का खिताब मिला।
55वें संस्करण की विशेषताएँ
इस बार के पुरस्कारों में व्यावसायिक और कलात्मक दोनों प्रकार की फिल्मों को समान मान्यता मिली। “मंजुम्मेल बॉयज़” ने जहाँ तकनीकी उत्कृष्टता में बाज़ी मारी, वहीं “फेमिनिची फातिमा” और “प्रेमालु” जैसी फिल्मों ने भावनात्मक और सामाजिक गहराई के लिए सराहना प्राप्त की।