केरल बना देश का पहला अत्यधिक गरीबी मुक्त राज्य: 1 नवंबर को औपचारिक घोषणा

केरल बना देश का पहला अत्यधिक गरीबी मुक्त राज्य: 1 नवंबर को औपचारिक घोषणा

केरल 1 नवंबर को एक ऐतिहासिक मील का पत्थर हासिल करने जा रहा है। राज्य के स्थानीय स्वशासन मंत्री एम. बी. राजेश ने बुधवार को घोषणा की कि केरल को “अत्यधिक गरीबी मुक्त” राज्य घोषित किया जाएगा, जिससे वह भारत का पहला और विश्व का दूसरा ऐसा क्षेत्र बन जाएगा जिसने यह उपलब्धि हासिल की है।
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन शाम 5 बजे तिरुवनंतपुरम के सेंट्रल स्टेडियम में इस घोषणा का औपचारिक ऐलान करेंगे। कार्यक्रम में सभी राज्य मंत्री, विपक्ष के नेता, सांसद, फिल्म कलाकार ममूटी, मोहनलाल और अभिनेता-राजनीतिज्ञ कमल हासन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। इस अवसर पर राज्यभर में सांस्कृतिक कार्यक्रमों और समानांतर समारोहों का आयोजन किया जाएगा।

गरीबी उन्मूलन: केरल का मिशन मॉडल

मंत्री एम. बी. राजेश ने बताया कि 2021 में जब वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (LDF) सरकार सत्ता में आई, तो उसका पहला कैबिनेट निर्णय “अत्यधिक गरीबी समाप्ति” को प्राथमिक मिशन बनाना था। इसके तहत एक राज्यव्यापी सर्वेक्षण किया गया जिसमें 64,006 परिवारों को अत्यधिक गरीब के रूप में पहचाना गया।
गरीबी का निर्धारण खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका और आवास जैसे प्रमुख संकेतकों के आधार पर किया गया था। प्रत्येक परिवार के लिए एक “माइक्रो-प्लान” तैयार किया गया, ताकि वे सरकारी कल्याण योजनाओं और आवश्यक सेवाओं का लाभ उठा सकें।
राजेश ने बताया कि इस अभियान में विभिन्न विभागों, स्थानीय निकायों और स्वयंसेवकों ने मिलकर काम किया। “कई परिवार ऐसे थे जिनके पास मतदाता पहचान पत्र, राशन कार्ड या आधार नहीं था। इस प्रक्रिया से हमने उन्हें सरकारी व्यवस्था में शामिल किया,” उन्होंने कहा।

प्रक्रिया और परिणाम

अब तक की समीक्षा के अनुसार, पहचाने गए परिवारों में से 4,421 परिवारों के सदस्य निधन हो चुके हैं (अधिकांश अकेले रहने वाले वृद्ध व्यक्ति थे)। वहीं, 261 परिवार, जो अधिकतर घुमंतू या प्रवासी समुदायों से थे, का पता नहीं लगाया जा सका। यदि वे लौटते हैं, तो उन्हें भी योजना का लाभ मिलेगा।
कुछ मामलों में एक ही परिवार के सदस्य अलग-अलग स्थानीय निकायों में पंजीकृत पाए गए — ऐसे 47 मामलों को समेकित कर लिया गया है। अंततः 59,277 परिवारों को इस योजना के लाभार्थी के रूप में औपचारिक रूप से सूचीबद्ध किया गया है।
मंत्री ने बताया कि परियोजना का सामाजिक लेखा परीक्षण (Social Audit) अब अपने अंतिम चरण में है। “यह घोषणा केवल एक आंकड़ा नहीं, बल्कि उन हजारों परिवारों की कहानी है जिन्हें हमने सरकारी सहायता और गरिमापूर्ण जीवन से जोड़ा है,” उन्होंने कहा।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • केरल भारत का पहला राज्य होगा जिसे अत्यधिक गरीबी मुक्त घोषित किया जाएगा।
  • विश्व स्तर पर यह उपलब्धि हासिल करने वाला दूसरा क्षेत्र होगा।
  • नीति आयोग (NITI Aayog) के अनुसार, 2021 में केरल की गरीबी दर मात्र 0.7% थी — जो देश में सबसे कम है।
  • परियोजना के तहत 64,006 परिवारों की पहचान की गई थी, जिनमें से 59,277 को अब पूर्ण सहायता प्राप्त है।

केरल का यह कदम सामाजिक विकास और समावेशी शासन का उदाहरण प्रस्तुत करता है।

Originally written on October 24, 2025 and last modified on October 24, 2025.

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