केरल का IT विजन 2031: वैश्विक स्तर पर नैतिक और सतत तकनीक का केंद्र बनने की तैयारी
केरल सरकार ने “आईटी विजन 2031” का मसौदा जारी किया है, जिसमें राज्य को एक वैश्विक तकनीकी केंद्र के रूप में विकसित करने की महत्वाकांक्षी योजना प्रस्तुत की गई है। इस विजन के अंतर्गत 2031 तक 50 बिलियन डॉलर की आर्थिक मूल्य सृजन और पाँच लाख से अधिक उच्च-मूल्य वाले रोजगार सृजित करने का लक्ष्य रखा गया है। इस योजना में केरल की प्रतिभाशाली जनशक्ति, मजबूत डिजिटल अधोसंरचना और सुशासन को आधार बनाकर तकनीकी विकास को नैतिकता और स्थिरता के साथ आगे बढ़ाने का लक्ष्य है।
विकास और निवेश के लिए रणनीतिक लक्ष्य
विजन 2031 के तहत राज्य ₹20,000 करोड़ के स्टार्टअप निवेश को आकर्षित करना, 20,000 स्टार्टअप को पोषित करना और 3 करोड़ वर्गफुट आईटी ऑफिस स्पेस विकसित करना चाहता है। इसमें कृत्रिम बुद्धिमत्ता, सेमीकंडक्टर्स और उन्नत डिजिटल सेवाओं जैसे क्षेत्रों में केरल को अग्रणी बनाने की योजना है। इस दस्तावेज़ को मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कोच्चि में आयोजित “ReCode Kerala 2025” सेमिनार में जारी किया।
परिवर्तन की दिशा में चार प्रमुख मिशन
डिजिटल रोडमैप को लागू करने हेतु केरल सरकार ने चार प्रमुख मिशन लॉन्च किए हैं:
- Kerala Artificial Intelligence Mission (K-AIM)
- Kerala Semiconductor Mission
- Kerala Future Tech Mission (KFTM)
- The Future Corporation (TFC)
K-AIM मिशन के अंतर्गत 2030 तक “केरल AI अधिकार पत्र” (Kerala AI Bill of Rights) लागू किया जाएगा, जो AI के नैतिक उपयोग को सुनिश्चित करेगा। वहीं, TFC वैश्विक निवेश एजेंसी के रूप में कार्य करेगा और “Kerala: Global Talent. Ethical Tech. Sustainable Growth” ब्रांड के तहत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राज्य के तकनीकी पारिस्थितिकी तंत्र का प्रचार करेगा।
बुनियादी ढांचा और नीतिगत सुधार
विजन 2031 के तहत एक नई आईटी नीति और एक समर्पित “ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स (GCC)” नीति प्रस्तावित की गई है, जिसका उद्देश्य 2031 तक 120 GCCs को आकर्षित करना है। प्रस्तावित परियोजनाओं में शामिल हैं:
- इन्फोपार्क फेज 3 (AI City)
- टेक्नोपार्क फेज 4
- कोझिकोड आईटी परियोजनाएं
- K-Space एयरोस्पेस क्लस्टर
इन परियोजनाओं के लिए केरल फाइबर ऑप्टिक नेटवर्क (KFON) जैसी मजबूत कनेक्टिविटी को आधार बनाया जाएगा।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- केरल का IT विजन 2031, $50 बिलियन का IT मूल्य सृजन लक्ष्य रखता है।
- ₹20,000 करोड़ का स्टार्टअप निवेश और 5 लाख रोजगार उत्पन्न करने का उद्देश्य है।
- 2030 तक “Kerala AI Bill of Rights” लागू किया जाएगा।
- 2031 तक 250 AVGC कंपनियां और 120 GCC स्थापित करने की योजना है।
नवाचार, कौशल और सतत तकनीक पर विशेष ध्यान
विजन 2031 के अंतर्गत 50 लीप सेंटर्स, 250 प्रारंभिक नवाचार केंद्र, और 14 जिला-स्तरीय “फ्रीडम स्क्वायर” स्थापित किए जाएंगे, जो उद्यमिता और महिला नेतृत्व वाले स्टार्टअप्स को बढ़ावा देंगे। आईसीटी अकादमी के माध्यम से एक मिलियन व्यक्तियों को AI और संबंधित तकनीकों में प्रशिक्षित करने की योजना है। साथ ही, फ्री और ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर (FOSS) को अपनाकर सरकारी सॉफ्टवेयर व्यय में 30% तक की कटौती का लक्ष्य भी शामिल है।
केरल सरकार का यह विजन राज्य को केवल एक तकनीकी शक्ति बनाने तक सीमित नहीं, बल्कि उसे नैतिक, समावेशी और नवाचार-प्रेरित वैश्विक तकनीकी मॉडल में रूपांतरित करने की दिशा में एक सशक्त कदम है।