केन्द्रीय कैबिनेट ने लद्दाख में केन्द्रीय विश्वविद्यालय (Central University) को मंजूरी दी

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने लद्दाख में एक केंद्रीय विश्वविद्यालय के गठन को अपनी मंजूरी दे दी है। इस विश्वविद्यालय के गठन के लिए इस परियोजना की लागत 750 करोड़ रुपये होगी।
मुख्य बिंदु
- चार साल में इस विश्वविद्यालय का पहला चरण पूरा हो जाएगा।
- लद्दाख में केंद्रीय विश्वविद्यालय के गठन की सुविधा के लिए केंद्रीय विश्वविद्यालय अधिनियम, 2009 में संशोधन के लिए विधेयक पेश किया जाएगा।
- इस विश्वविद्यालय की स्थापना से इस क्षेत्र में उच्च शिक्षा के प्रसार में मदद मिलेगी।
- इस केंद्रीय विश्वविद्यालय का अधिकार क्षेत्र कारगिल और लेह सहित लद्दाख के पूरे क्षेत्र को कवर करेगा।
कैबिनेट की अन्य घोषणाएं
- कैबिनेट द्वारा एकीकृत बहुउद्देशीय निगम के गठन की भी घोषणा की गई।यह निगम लद्दाख में विकास परियोजनाओं को वहन करेगा।
- यह निगम लद्दाख में पर्यटन, उद्योगों और विभिन्न परिवहन सेवाओं के विकास के साथ-साथ क्षेत्रों के हस्तशिल्प और स्थानीय उत्पादों के विपणन की देखभाल भी करेगा।
- यह निगम इस क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के विकास में भी सहायता करेगा और लद्दाख की प्राथमिक बुनियादी ढांचा निर्माण एजेंसी के रूप में काम करेगा।
- यह निगम कंपनी अधिनियम के तहत गठित किया जाएगा और इसकी अधिकृत शेयर पूंजी 25 करोड़ रुपये होगी और वार्षिक परिव्यय 42 करोड़ रुपये होगा।
- यह निगम इस क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी पैदा करेगा।
लद्दाख (Ladakh)
लद्दाख भारत का एक केंद्र शासित प्रदेश है और इसकी स्थापना वर्ष 2019 में हुई थी। राधा कृष्ण माथुर लद्दाख के लेफ्टिनेंट जनरल हैं।
Originally written on
July 23, 2021
and last modified on
July 23, 2021.