कृषि, डेयरी और पर्यावरण क्षेत्र के लिए MeitY की अभिनव तकनीकें: आत्मनिर्भर भारत की दिशा में सशक्त पहल

कृषि, डेयरी और पर्यावरण क्षेत्र के लिए MeitY की अभिनव तकनीकें: आत्मनिर्भर भारत की दिशा में सशक्त पहल

भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) के सचिव श्री एस. कृष्णन ने हाल ही में एक अहम घोषणा करते हुए पाँच अत्याधुनिक स्वदेशी तकनीकों का तकनीकी हस्तांतरण (ToT) और उत्पाद लॉन्च किया। ये पहलें MeitY के राष्ट्रीय कार्यक्रम AgriEnIcs के अंतर्गत विकसित की गई हैं, जिनका उद्देश्य कृषि, डेयरी और पर्यावरण क्षेत्रों में इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी के माध्यम से नवाचार और डिजिटलीकरण को बढ़ावा देना है।

डेयरी क्षेत्र के लिए दोहरी तकनीक: पशु स्वास्थ्य और दूध की गुणवत्ता पर ध्यान

C-DAC कोलकाता, IIT खड़गपुर और ICAR-NDRI, कल्याणी द्वारा संयुक्त रूप से विकसित दो तकनीकों—Go-P और MAST-D—का तकनीकी हस्तांतरण मि. हैंडहोल्डर्स ग्लोबल, भुवनेश्वर को किया गया।

  • Go-P: एक कॉलर-आधारित पहनने योग्य डिवाइस जो मवेशियों के तापमान परिवर्तन का वास्तविक समय में विश्लेषण कर हीट अवस्था की पहचान करता है, जिससे कृत्रिम गर्भाधान की सफलता दर में वृद्धि होती है।
  • MAST-D: यह डिवाइस दूध में मास्टाइटिस संक्रमण का इलेक्ट्रोकेमिकल विश्लेषण करके तुरंत पहचान कर सकता है, जिससे दुग्ध उत्पादकों को भारी आर्थिक नुकसान से बचाया जा सकता है।

कृषि फसलों की गुणवत्ता मूल्यांकन प्रणाली

C-DAC (K), ICAR-IARI, नई दिल्ली और भारतीय खाद्य निगम (FCI) द्वारा विकसित तीन तकनीकों का हस्तांतरण मि. एग्नेक्स टेक्नोलॉजीज प्रा. लि., पंजाब को किया गया:

  • Grain-Ex: एक एआई-आधारित प्रणाली जो दालों जैसे तुर, मूंग, मसूर आदि की गुणवत्ता का डिजिटलीकरण के माध्यम से विश्लेषण करती है।
  • CT-VIEU: ड्राई रेड चिली की गुणवत्ता मापने वाली एक कन्वेयर आधारित इमेज प्रोसेसिंग प्रणाली, जो सटीक और शीघ्र विश्लेषण प्रदान करती है।
  • RIGE-Sense: सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) में वितरित चावल की उम्र और गुणवत्ता का कंप्यूटर विजन, एआई और रासायनिक विश्लेषण के माध्यम से वस्तुनिष्ठ और तेज़ आकलन करने वाली तकनीक।

गंध निगरानी के लिए ‘Odour Pravah’ डिवाइस का शुभारंभ

C-DAC कोलकाता द्वारा विकसित ‘Odour Pravah’ एक पोर्टेबल और किफायती सेंसर-आधारित डिवाइस है जो नगरपालिका ठोस कचरा स्थलों (MSW), औद्योगिक अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाइयों और लैंडफिल क्षेत्रों में गंधजन्य गैसों की रीयल टाइम निगरानी करता है। यह उपकरण फोटोनाइज़ेशन डिटेक्टर और इलेक्ट्रोकेमिकल गैस सेंसर का प्रयोग करता है जिससे उच्च संवेदनशीलता और सटीकता सुनिश्चित होती है।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • AgriEnIcs कार्यक्रम MeitY द्वारा कृषि और पर्यावरण क्षेत्रों में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया एक राष्ट्रीय मिशन है।
  • Go-P और MAST-D तकनीकों से पशुपालकों को उनकी उत्पादकता बढ़ाने में सहायता मिलेगी।
  • Grain-Ex, CT-VIEU और RIGE-Sense खाद्य गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए डिज़ाइन की गई उन्नत प्रणालियाँ हैं।
  • Odour Pravah डिवाइस अपशिष्ट प्रबंधन के क्षेत्र में पर्यावरणीय अनुपालन और सार्वजनिक स्वास्थ्य संरक्षण में सहायक है।
Originally written on October 10, 2025 and last modified on October 10, 2025.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *