कश्मीर में सीमा पार से गोलीबारी पर भारत-पाकिस्तान समझौता : मुख्य बिंदु
भारत और पाकिस्तान की सेनाओं ने घोषणा की कि दोनों पक्ष जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के साथ सीमा पार से गोलीबारी रोकने पर सहमत हुए हैं। यह समझौता फरवरी 2021 से लागू होगा।
मुख्य बिंदु
- संयुक्त वक्तव्य दोनों देशों के सैन्य संचालन के निदेशक जनरलों द्वारा जारी किया गया था।
- दोनों पक्षों ने फैसला किया है कि देशों के बीच किसी भी गलतफहमी को हल करने के लिए बॉर्डर फ्लैग मीटिंग का उपयोग किया जाएगा।
पृष्ठभूमि
भारत और पाकिस्तान दोनों वर्ष 1987 से हॉटलाइन स्तर पर संपर्क में हैं। दोनों देशों के DGMOs भी इस स्थापित तंत्र के माध्यम से संपर्क में रहते हैं। नियंत्रण रेखा के साथ 2014 के बाद से सीमा पार से गोलीबारी बढ़ गई थी।
भारत-पाकिस्तान सीमा संघर्ष
- भारत-पाकिस्तान सीमा संघर्ष में दोनों देशों के बीच सीमा पार हवाई हमले और गोलाबारी सहित सशस्त्र संघर्ष की एक श्रृंखला शामिल है।
- सबसे हालिया घातक संघर्ष 14 फरवरी, 2019 का पुलवामा हमला था जिसमें 40 भारतीय केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवान शहीद हुए थे।
- पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद ने उस हमले की जिम्मेदारी ली थी।
- इसके बाद, भारत ने जवाब में 26 फरवरी, 2019 को बालाकोट में एयरस्ट्राइक करके आतंकी ठिकाने नष्ट किये ।
2020 में संघर्ष
वर्ष 2020 में, दोनों देशों के बीच गतिरोध की शुरुआत नवंबर 2020 में LOC के साथ गोलाबारी के प्रमुख आदान-प्रदान के साथ हुई। इसके परिणामस्वरूप 11 नागरिकों सहित 22 की मौत हुई। नवंबर 2020 में राजौरी और पुंछ में एक भारतीय सैनिक की हत्या कर दी गई थी।
Originally written on
February 26, 2021
and last modified on
February 26, 2021.