कवल टाइगर रिजर्व में मिला दुर्लभ मशरूम, जैव विविधता के अदृश्य संसार की झलक

कवल टाइगर रिजर्व में मिला दुर्लभ मशरूम, जैव विविधता के अदृश्य संसार की झलक

जब हम कवल टाइगर रिजर्व के बारे में सोचते हैं, तो आमतौर पर बाघों की गर्जना और ऊँचे-ऊँचे वृक्षों की छाया हमारे मन में आती है। परंतु इस जंगल की मिट्टी पर भी एक अनदेखा और अनमोल जीवन पसरा हुआ है। हाल ही में तेलंगाना में पहली बार पाए गए मशरूम की एक नई प्रजाति — Hygrocybe pellucida — ने इस सूक्ष्म लेकिन महत्वपूर्ण संसार पर रोशनी डाली है।
यह खोज 16 अक्टूबर को वन्यजीव शोधकर्ता और हैदराबाद टाइगर कंज़र्वेशन सोसाइटी (उत्तर तेलंगाना) के समन्वयक डॉ. वेंकटेश अनगंधुला द्वारा की गई। यह प्रजाति मशरूम की Hygrophoraceae परिवार से संबंधित है और इसे पहली बार 2024 में केरल में दर्ज किया गया था।

क्या है Hygrocybe pellucida?

Hygrocybe या “वैक्सकैप” मशरूम अपनी चमकीली, मोम जैसी सतह और रंग-बिरंगे फलों के आकार के लिए जाने जाते हैं। ये आमतौर पर नमी से भरे, काई युक्त और पोषक तत्वों से गरीब जंगल के फर्श पर उगते हैं। इनका तेलंगाना में पहली बार मिलना यह दर्शाता है कि कवल टाइगर रिजर्व में आज भी ऐसे स्वच्छ और अनछुए सूक्ष्म आवास मौजूद हैं, जो मानव हस्तक्षेप से लगभग मुक्त हैं।

डॉ. वेंकटेश की अन्य महत्वपूर्ण खोजें

पिछले कुछ वर्षों में डॉ. वेंकटेश ने कवल रिजर्व में 80 से अधिक फंगल प्रजातियों का दस्तावेजीकरण किया है, जिनमें से पाँच से छह प्रजातियाँ तेलंगाना में पहली बार दर्ज की गई हैं। इनमें शामिल हैं:

  • Marasmius haematocephalus (बैंगनी रंग का पिनव्हील मशरूम)
  • Dacryopinax spathularia (पंखे के आकार का जेली फंगस)
  • Stemonitis splendens (चॉकलेट ट्यूब स्लाइम मोल्ड)

ये खोजें न केवल कवल रिजर्व की जैव विविधता को उजागर करती हैं, बल्कि यह भी दिखाती हैं कि इस क्षेत्र का पारिस्थितिक संतुलन कितना नाजुक और मूल्यवान है।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • कवल टाइगर रिजर्व तेलंगाना राज्य में स्थित है और 2012 में भारत के 42वें टाइगर रिजर्व के रूप में घोषित किया गया था।
  • Hygrocybe pellucida को पहली बार 2024 में केरल में खोजा गया था और अब यह तेलंगाना में दर्ज किया गया है।
  • Hygrophoraceae परिवार के मशरूम आमतौर पर जैविक रूप से समृद्ध लेकिन पोषण में गरीब जंगलों में पाए जाते हैं।
  • स्लाइम मोल्ड्स जैसे Stemonitis splendens फंगल साम्राज्य के अद्वितीय जीव हैं, जो अक्सर सड़ते हुए पत्तों और लकड़ी पर मिलते हैं।

कवल टाइगर रिजर्व की यह खोज यह सिद्ध करती है कि जंगल केवल बड़े जानवरों का घर नहीं होता, बल्कि यहाँ की मिट्टी में भी जीवन की एक अत्यंत जटिल और अद्वितीय श्रृंखला बसती है। इन सूक्ष्म जीवों की उपस्थिति यह दर्शाती है कि अभी भी हमारे प्राकृतिक आवासों में बहुत कुछ अनदेखा और अनजाना शेष है।

Originally written on October 20, 2025 and last modified on October 20, 2025.

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