कर्नाटक में सैंडूर बनेगा तकनीकी शिक्षा का नया केंद्र
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरामैया ने सैंडूर में एक नई स्किल यूनिवर्सिटी की स्थापना की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य राज्य को तकनीकी शिक्षा और कार्यबल विकास का अग्रणी केंद्र बनाना है। यह घोषणा बेंगलुरु स्किल समिट 2025 के दौरान की गई, जहां सरकार ने 2032 तक 30 लाख युवाओं को कौशल प्रशिक्षण देने की विस्तृत योजना भी प्रस्तुत की। यह पहल राज्य के शिक्षा और रोजगार परिदृश्य को नया आयाम देने की दिशा में मील का पत्थर मानी जा रही है।
व्यावसायिक शिक्षा पर केंद्रित होगी नई यूनिवर्सिटी
प्रस्तावित स्किल यूनिवर्सिटी पूरी तरह से व्यावसायिक और तकनीकी शिक्षा को समर्पित होगी। इसका लक्ष्य युवाओं को उन्नत कौशल प्रशिक्षण प्रदान करना, पाठ्यक्रमों में नवाचार लाना, और उद्योगों के साथ सहयोग को बढ़ावा देना है ताकि नए और उभरते रोजगार क्षेत्रों की जरूरतों को पूरा किया जा सके। यह विश्वविद्यालय कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), ऑटोमेशन, ग्रीन एनर्जी और इंडस्ट्री 4.0 जैसे भविष्य के क्षेत्रों में शिक्षा को सुदृढ़ करेगी।
सात वर्षीय रणनीति और ₹4,432 करोड़ का निवेश
सरकार ने इस महत्वाकांक्षी मिशन के लिए सात वर्षीय रणनीतिक योजना को मंजूरी दी है, जिसमें ₹4,432 करोड़ का निवेश किया जाएगा। योजना के तहत औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (ITIs) को अपग्रेड करना, लघु और दीर्घकालिक प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों का विस्तार करना और अंतरराष्ट्रीय मानकों को लागू करना शामिल है। मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2013 से 2018 के बीच कर्नाटक ने 100 नए आईटीआई शुरू किए और 104 भवनों का आधुनिकीकरण किया।
ग्रामीण युवाओं और महिलाओं के लिए नए अवसर
यह योजना विशेष रूप से ग्रामीण और वंचित समुदायों के युवाओं को रोजगारोन्मुख शिक्षा से जोड़ने में सहायक होगी। राज्य सरकार का लक्ष्य है कि आईटीआई में महिलाओं की भागीदारी 33 प्रतिशत तक बढ़े, जिससे तकनीकी शिक्षा में लैंगिक समावेश को बढ़ावा मिले। साथ ही, इंटरनेशनल माइग्रेशन सेंटर – कर्नाटक (IMC–K) के माध्यम से प्रशिक्षित युवाओं को वैश्विक स्तर पर नौकरी के अवसर मिल सकेंगे।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- सैंडूर में स्किल यूनिवर्सिटी की स्थापना की जाएगी।
- 2032 तक 30 लाख युवाओं को कौशल प्रशिक्षण देने का लक्ष्य है।
- सात वर्षीय योजना के लिए ₹4,432 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
- आईटीआई में महिलाओं की भागीदारी को 33% तक बढ़ाने की योजना है।
बेंगलुरु स्किल समिट 2025, जो 4 से 6 नवंबर के बीच “वर्कफोर्स 2030: स्केल, सिस्टम्स, सिनर्जी” थीम पर आयोजित हुआ, ने इस दिशा में स्पष्ट संदेश दिया कि कर्नाटक तकनीकी शिक्षा और वैश्विक कार्यबल में नेतृत्व की भूमिका निभाने को तैयार है। ₹4.11 लाख करोड़ की जीडीपी योगदान देने वाला यह राज्य शिक्षा, प्रशिक्षण और तकनीकी रोजगार में निरंतर निवेश से देश का प्रतिभा केंद्र बनने की दिशा में अग्रसर है।