ऑस्ट्रेलियाई पैरा एथलीट निकोलस हुम का निधन: पैरा खेल जगत में शोक की लहर

ऑस्ट्रेलियाई पैरा एथलीट निकोलस हुम का निधन: पैरा खेल जगत में शोक की लहर

प्रसिद्ध ऑस्ट्रेलियाई पैरा एथलीट और लॉन्ग जंपर निकोलस हुम का 15 दिसंबर 2025 को 32 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनकी असामयिक मृत्यु ने वैश्विक एथलेटिक्स समुदाय को स्तब्ध कर दिया है। एक पैरा ओलंपिक कांस्य पदक विजेता और तीन ओलंपिक खेलों के प्रतिभागी रहे हुम, 2024 में प्रतिस्पर्धी खेल से संन्यास लेने के एक वर्ष बाद इस दुनिया से विदा हो गए।

पैरा लॉन्ग जंप में अनुकरणीय करियर

निकोलस हुम को ऑस्ट्रेलिया के सबसे सफल T20 वर्ग के लॉन्ग जंपर्स में गिना जाता है। T20 वर्ग उन एथलीटों के लिए है, जिनमें बौद्धिक अक्षमता (intellectual impairment) होती है। उन्होंने 2011 में क्राइस्टचर्च में IPC वर्ल्ड चैंपियनशिप में अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की और तीन पैरा ओलंपिक और पांच विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भाग लिया।

उनकी अंतिम उपस्थिति पेरिस 2024 पैरा ओलंपिक में रही, जो उनके विजयी और गरिमामय करियर का समापन था।

उपलब्धियाँ, रिकॉर्ड और यादगार प्रदर्शन

  • निकोलस हुम ने पैरा ओलंपिक कांस्य पदक जीता।
  • उन्होंने 7.39 मीटर की छलांग के साथ ऑस्ट्रेलियाई T20 लॉन्ग जंप रिकॉर्ड बनाया।
  • उनकी पहचान एक स्थिर, समर्पित और प्रेरक एथलीट के रूप में थी।
  • उन्हें उनकी खेल भावना और विनम्रता के लिए विशेष रूप से सराहा गया।

खेल समुदाय की ओर से श्रद्धांजलि

ऑस्ट्रेलियाई एथलेटिक्स संघ ने उनके निधन की पुष्टि करते हुए उन्हें खेल का एक अत्यंत प्रिय और सम्मानित सदस्य बताया। सह-एथलीटों और ओलंपियनों ने उनकी सकारात्मक ऊर्जा, विनम्रता और दूसरों को प्रोत्साहित करने की भावना को याद करते हुए सोशल मीडिया और सार्वजनिक वक्तव्यों के ज़रिए भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की।

उनकी हास्यपूर्ण मुस्कान और सहायक उपस्थिति को प्रमुख चैंपियनशिप में विशेष रूप से याद किया गया।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • निकोलस हुम T20 वर्ग में प्रतिस्पर्धा करते थे (बौद्धिक अक्षमता वाले एथलीट)।
  • उन्होंने 2012 से 2024 तक तीन पैरा ओलंपिक खेलों में भाग लिया।
  • उनके नाम ऑस्ट्रेलियाई T20 लॉन्ग जंप रिकॉर्ड – 7.39 मीटर दर्ज है।
  • उनका अंतरराष्ट्रीय पदार्पण 2011 में IPC विश्व चैंपियनशिप में हुआ था।

खेल से परे जीवन और व्यक्तिगत विरासत

निकोलस के जीवन में परिवार विशेष स्थान रखता था। टोक्यो पैरा ओलंपिक के दौरान उनकी बेटी हॉली का जन्म हुआ था, जिसे उन्होंने अपने करियर का प्रेरणास्रोत बताया था।

खेल के बाद के जीवन में वे Peninsula Joinery Specialists नामक बिजनेस चलाते थे, जो उनकी खेल से परे प्रतिबद्धता और आत्मनिर्भरता को दर्शाता है।

उनकी विरासत केवल खेलों तक सीमित नहीं रही—वह समानता, प्रेरणा और सेवा भावना का प्रतीक बनकर हमेशा याद किए जाएंगे। उनकी कमी को पैरा खेल जगत लंबे समय तक महसूस करेगा।

Originally written on December 17, 2025 and last modified on December 17, 2025.

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