“एसएलआर” क्या है?
जिस दर पर बैंक अपना पैसा सरकार के पास रखते है, उसे एसएलआर (statutory liquidity ratio) कहते हैं| नकदी की तरलता को नियंत्रित करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है|
Originally written on
April 29, 2018
and last modified on
April 29, 2018.