एशियन यूथ गेम्स 2025: कबड्डी में भारत का स्वर्णिम डबल
बहरीन में आयोजित एशियन यूथ गेम्स 2025 में भारत ने कबड्डी में एक ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए अंडर-18 बालक और बालिका दोनों टीमों के माध्यम से स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। दोनों टीमों ने न केवल खिताब जीता, बल्कि पूरे टूर्नामेंट में अजेय रहते हुए भारत को एशियाई युवा कबड्डी का निर्विवाद सम्राट घोषित किया।
लड़कियों की टीम की ऐतिहासिक जीत
भारतीय बालिका कबड्डी टीम ने फाइनल में ईरान को 75-21 के विशाल अंतर से पराजित किया। यह एशियन यूथ गेम्स के इतिहास में 2013 के बाद से किसी भी फाइनल में सबसे बड़ी जीत रही। रेडर नेहा पटेल ने अकेले 28 अंक हासिल किए, जबकि डिफेंडर रिया सिंह ने भारत की रक्षात्मक दीवार को मजबूती से संभाला। टीम ने पूरे टूर्नामेंट में 312 अंक जुटाए और केवल 89 अंक गंवाए — यह उनकी आक्रामक और संतुलित रणनीति का प्रमाण है।
लड़कों की टीम की नजदीकी लेकिन निर्णायक जीत
वहीं, भारतीय बालक टीम ने भी ईरान के खिलाफ रोमांचक मुकाबले में 35-32 से जीत दर्ज की। अंतिम क्षणों में जब दबाव चरम पर था, टीम ने धैर्य और आत्मविश्वास बनाए रखा और स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। यह मुकाबला रणनीति, संयम और साहस का जीवंत उदाहरण था।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- एशियन यूथ गेम्स 2025 का आयोजन बहरीन के रिफा स्थित ईसा स्पोर्ट्स सिटी में हुआ।
- भारत की दोनों अंडर-18 कबड्डी टीमों ने टूर्नामेंट में एक भी मुकाबला नहीं हारा।
- लड़कियों की टीम ने फाइनल में ईरान को 75-21 से हराया — 2013 के बाद सबसे बड़ी जीत।
- नेहा पटेल ने फाइनल में 28 अंक अर्जित किए; रिया सिंह ने रक्षण में नेतृत्व किया।
- लड़कों की टीम ने ईरान को 35-32 से हराया।
युवा प्रतिभा से सशक्त हो रहा है भारत का कबड्डी भविष्य
भारत का यह क्लीन स्वीप न केवल पदक तालिका को मजबूती देता है, बल्कि देश की खेल संस्कृति और विशेष रूप से कबड्डी में युवाओं की प्रतिभा को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करता है। यह प्रदर्शन यह भी दर्शाता है कि भारत में कबड्डी केवल ग्रामीण खेल नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना चुका एक समर्पित और प्रशिक्षित खेल है।