एवरेस्ट मैन: कामी रिता ने 31वीं बार चढ़ाई माउंट एवरेस्ट पर, बनाया नया कीर्तिमान

नेपाल के अनुभवी पर्वतारोही कामी रिता शेर्पा ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। 55 वर्षीय रिता ने 27 मई 2025 को दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर 31वीं बार चढ़ाई कर अपने ही पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया। इस अभियान में उन्होंने भारतीय सेना की 22 सदस्यीय टीम का नेतृत्व किया, जिनके साथ 27 अन्य शेर्पा गाइड भी शामिल थे।
कौन हैं कामी रिता?
सोलुखुम्बु क्षेत्र में जन्मे कामी रिता का एवरेस्ट से जुड़ाव 1992 में एक सहायक कर्मचारी के रूप में शुरू हुआ। 1994 में उन्होंने पहली बार एवरेस्ट फतह की और तब से हर साल कम से कम एक बार इस चोटी पर चढ़ाई की है। उनके पिता भी शुरुआती शेर्पा गाइडों में से थे, जिसने उनके पर्वतारोहण प्रेम की नींव रखी।
शेर्पा समुदाय और उनकी भूमिका
शेर्पा एक तिब्बती मूल का समुदाय है जो नेपाल, भारत और तिब्बत के हिमालयी क्षेत्रों में बसता है। पर्वतारोहण में उनकी विशेषज्ञता के कारण उन्हें गाइड और सहायक के रूप में अत्यधिक सम्मान प्राप्त है। यही कारण है कि G20 देशों में भी प्रत्येक प्रतिनिधि को “शेर्पा” की संज्ञा दी जाती है।
एवरेस्ट क्यों चढ़ना चाहते हैं लोग?
माउंट एवरेस्ट, जो समुद्र तल से 8,848.86 मीटर ऊंचा है, पर्वतारोहियों के लिए हमेशा से आकर्षण का केंद्र रहा है। 1953 में एडमंड हिलारी और तेनजिंग नोर्गे द्वारा पहली बार चोटी फतह करने के बाद से यह पर्वत वैश्विक गौरव और व्यक्तिगत उपलब्धि का प्रतीक बन गया है।
कौन कर सकता है एवरेस्ट पर चढ़ाई?
18 वर्ष से अधिक आयु के वे लोग जो मान्यता प्राप्त पर्वतारोहण संस्थानों से बेसिक और एडवांस ट्रेनिंग पूरी कर चुके हों और उच्च मानसिक व शारीरिक क्षमता रखते हों, एवरेस्ट पर चढ़ाई के पात्र होते हैं। आमतौर पर पर्वतारोहियों को हिमालय में 7,000 मीटर से ऊंची चोटियों पर चढ़ाई का अनुभव होना आवश्यक होता है।
एवरेस्ट चढ़ाई के रास्ते और चुनौतियां
अधिकतर चढ़ाइयां नेपाल स्थित साउथ बेस कैंप (5,364 मीटर) या तिब्बत स्थित नॉर्थ बेस कैंप (5,150 मीटर) से शुरू होती हैं। चढ़ाई में ऑक्सीजन की कमी, बर्फीले तूफान, और अत्यधिक ठंड जैसी चुनौतियां शामिल होती हैं। केवल शारीरिक रूप से ही नहीं, मानसिक रूप से भी यह यात्रा अत्यधिक कठिन होती है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- माउंट एवरेस्ट को नेपाल में सागरमाथा और तिब्बत में चोमोलुंगमा कहा जाता है।
- कामी रिता ने माउंट एवरेस्ट पर अब तक 31 बार चढ़ाई की है।
- उनके अलावा उन्होंने के2, माउंट ल्होत्से, मानासलु और चो ओयू जैसी अन्य चोटियों पर भी चढ़ाई की है।
- एवरेस्ट पर पहली बार 1953 में तेनजिंग नोर्गे और एडमंड हिलारी ने सफल चढ़ाई की थी।
- पसांग दावा नामक एक अन्य शेर्पा कामी रिता के निकटतम प्रतिद्वंद्वी हैं, जिन्होंने 29 बार एवरेस्ट पर चढ़ाई की है।
कामी रिता शेर्पा की यह उपलब्धि केवल व्यक्तिगत गौरव की नहीं, बल्कि नेपाल के शेर्पा समुदाय की विश्व स्तरीय पर्वतारोहण क्षमताओं का प्रमाण है। उनका योगदान एवरेस्ट चढ़ाई की सुरक्षा, सफलता और स्थायित्व के लिए अतुलनीय है।