एप्पल के एआई विभाग में भारतीय मूल के अमर सुब्रमण्य की नियुक्ति
एप्पल ने अपने कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) विभाग में बड़े पैमाने पर नेतृत्व परिवर्तन की घोषणा की है। कंपनी ने भारतीय मूल के शोधकर्ता अमर सुब्रमण्य को नया उपाध्यक्ष (Vice President) – AI नियुक्त किया है। यह कदम एप्पल के उस रणनीतिक प्रयास का हिस्सा है, जिसके तहत वह वैश्विक एआई प्रतिस्पर्धा में अपनी स्थिति मजबूत करना चाहती है।
एआई नेतृत्व में बदलाव और नई दिशा
अमर सुब्रमण्य ने जॉन जियानंद्रिया का स्थान लिया है, जो 2018 से एप्पल की एआई परियोजनाओं का नेतृत्व कर रहे थे और अब अगले वर्ष वसंत में सेवानिवृत्त होंगे। तब तक वे सलाहकार के रूप में जुड़े रहेंगे। यह नियुक्ति ऐसे समय हुई है जब एप्पल पर अपने एआई उत्पादों और वॉइस असिस्टेंट इकोसिस्टम को सुधारने का दबाव बढ़ गया है। वरिष्ठ अधिकारियों का मानना है कि सुब्रमण्य के नेतृत्व में कंपनी का एआई रोडमैप नई गति प्राप्त करेगा।
पेशेवर यात्रा और शैक्षणिक पृष्ठभूमि
अमर सुब्रमण्य का उद्योग और शोध दोनों में व्यापक अनुभव रहा है। एप्पल में शामिल होने से पहले वे माइक्रोसॉफ्ट में कॉरपोरेट वाइस प्रेसिडेंट ऑफ एआई के पद पर कार्यरत थे, जहाँ उन्होंने Copilot तकनीक के विकास में अहम भूमिका निभाई। इससे पहले वे गूगल में 16 वर्षों तक कार्यरत रहे, जहाँ उन्होंने Gemini असिस्टेंट के लिए इंजीनियरिंग टीम का नेतृत्व किया और कई अनुसंधान परियोजनाओं में योगदान दिया।
उन्होंने बेंगलुरु विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की डिग्री और यूनिवर्सिटी ऑफ वॉशिंगटन से पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। उनका शोध सेमी-सुपरवाइज्ड लर्निंग और ग्राफिकल मॉडल्स पर केंद्रित था। उनके शैक्षणिक कार्यों में स्पीच रिकग्निशन, नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग और मल्टी-सेंसरी फ्यूजन के क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान शामिल है।
वैश्विक एआई अनुसंधान में योगदान
अमर सुब्रमण्य ने ग्राफ-आधारित सेमी-सुपरवाइज्ड लर्निंग पर एक प्रभावशाली पुस्तक सह-लेखक के रूप में लिखी है और कई शोध पत्र प्रकाशित किए हैं। उनके शोध कार्यों ने एंटिटी रेज़ॉल्यूशन, क्रॉस-डॉक्यूमेंट कोरिफ़रेंस और ऑडियो-विज़ुअल स्पीच प्रोसेसिंग जैसे क्षेत्रों में नई दिशा प्रदान की है। स्पीच टेक्नोलॉजी में उनके नवाचारों के लिए उन्हें एक प्रतिष्ठित शोध फैलोशिप से भी सम्मानित किया गया है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- अमर सुब्रमण्य ने एप्पल के एआई प्रमुख जॉन जियानंद्रिया का स्थान लिया है।
- वे पहले गूगल के Gemini Assistant इंजीनियरिंग प्रमुख रह चुके हैं।
- एप्पल से पहले उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट में कॉरपोरेट वाइस प्रेसिडेंट ऑफ एआई के रूप में कार्य किया।
- उनका पीएचडी शोध सेमी-सुपरवाइज्ड लर्निंग और ग्राफिकल मॉडल्स पर आधारित था।
एप्पल की एआई रणनीति पर संभावित प्रभाव
सुब्रमण्य अब एप्पल की कोर एआई रिसर्च, फाउंडेशन मॉडल्स और एडवांस्ड मशीन लर्निंग परियोजनाओं का नेतृत्व करेंगे और सीधे सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग नेतृत्व को रिपोर्ट करेंगे। कंपनी ने एआई में अपने निवेश को तेज़ किया है और अब जनरेटिव एआई में प्रतिस्पर्धियों से आगे बढ़ने की ठोस रणनीति पर काम कर रही है।