एनएमएमएस छात्रवृत्ति योजना के लिए आवेदन शुरू: आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए सुनहरा अवसर
राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषदों (SCERTs) ने राष्ट्रीय साधन-सह-मेधा छात्रवृत्ति योजना (NMMS) के लिए विभिन्न राज्यों में आवेदन प्रक्रिया आरंभ कर दी है। यह योजना कक्षा 8 के बाद छात्र छोड़ने की प्रवृत्ति को रोकने और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के मेधावी छात्रों को माध्यमिक शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से शुरू की गई है।
कौन कर सकता है आवेदन?
एनएमएमएस छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत वे छात्र आवेदन कर सकते हैं:
- जिनके माता-पिता की कुल वार्षिक आय ₹3,50,000 से अधिक न हो।
- जिन्होंने कक्षा 7 की परीक्षा में न्यूनतम 55 प्रतिशत अंक (या समकक्ष ग्रेड) प्राप्त किए हों। अनुसूचित जाति/जनजाति के छात्रों को इसमें 5 प्रतिशत की छूट दी गई है।
- जो राज्य सरकार, स्थानीय निकाय या सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों में अध्ययनरत हैं।
आवेदन प्रक्रिया और जरूरी दस्तावेज
छात्र आधिकारिक वेबसाइट या नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल (NSP) पर जाकर ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं। उन्हें आवश्यक दस्तावेज जैसे आय प्रमाण पत्र, पिछली कक्षा की अंकसूची, आधार कार्ड और बैंक विवरण अपलोड करना होगा। साथ ही निर्धारित आवेदन शुल्क का भुगतान करना होगा।
एनएमएमएस योजना को राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल (NSP) पर सूचीबद्ध किया गया है, जो देशभर की छात्रवृत्तियों के लिए एक एकीकृत डिजिटल मंच है।
छात्रवृत्ति की राशि और वितरण प्रक्रिया
इस योजना के तहत चयनित छात्रों को प्रति वर्ष ₹12,000 की छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है। यह राशि सीधे छात्रों के बैंक खातों में सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन प्रणाली (PFMS) के माध्यम से डीबीटी (DBT) मोड में हस्तांतरित की जाती है।
प्रत्येक वर्ष कक्षा 9 के एक लाख नए छात्रों को यह छात्रवृत्ति दी जाती है, जो कक्षा 10 से 12 तक नवीनीकरण के आधार पर जारी रहती है, बशर्ते वे आवश्यक शैक्षणिक प्रदर्शन बनाए रखें।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- एनएमएमएस योजना 2008 में मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा शुरू की गई थी।
- छात्रवृत्ति का मुख्य उद्देश्य कक्षा 8 के बाद छात्रों का ड्रॉपआउट रेट कम करना है।
- योजना के तहत छात्रवृत्ति सीधे छात्रों के बैंक खाते में PFMS और DBT के माध्यम से भेजी जाती है।
- कक्षा 7 में न्यूनतम 55% (SC/ST के लिए 50%) अंक अनिवार्य हैं।