एजुकेट गर्ल्स को मिला मैगसेसे अवॉर्ड: लड़कियों की शिक्षा को नई पहचान

भारतीय संगठन ‘एजुकेट गर्ल्स’ (Educate Girls) को 31 अगस्त को प्रतिष्ठित रैमॉन मैगसेसे पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार प्राप्त करने वाला यह पहला भारतीय संगठन बन गया है। यह मान्यता उन संगठनों या व्यक्तियों को दी जाती है जिन्होंने समाज के लिए नेतृत्व और सेवा में असाधारण योगदान दिया हो।
रैमॉन मैगसेसे अवॉर्ड फाउंडेशन ने बयान में कहा कि एजुकेट गर्ल्स को यह पुरस्कार “लड़कियों और युवतियों को सांस्कृतिक रूढ़ियों से मुक्त कर सशक्त करने के उनके प्रयासों” के लिए दिया गया है।
क्या है एजुकेट गर्ल्स?
एजुकेट गर्ल्स की स्थापना 2007 में की गई थी और यह संगठन भारत के ग्रामीण क्षेत्रों, विशेष रूप से राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में काम करता है। इसका मुख्य उद्देश्य स्कूल से बाहर रह रही लड़कियों को फिर से शिक्षा की मुख्यधारा में लाना और लड़कियों की शिक्षा दर को बढ़ाना है।
संगठन समुदाय-आधारित दृष्टिकोण अपनाता है, जहां गांवों में स्वयंसेवक (Team Balika) घर-घर जाकर परिवारों को जागरूक करते हैं। यह केवल लड़कियों को स्कूल भेजने तक सीमित नहीं रहता, बल्कि उन्हें गणित, पढ़ाई और जीवन कौशल में दक्ष भी बनाता है।
रैमॉन मैगसेसे पुरस्कार क्या है?
रैमॉन मैगसेसे पुरस्कार को एशिया का नोबेल पुरस्कार भी कहा जाता है। इसकी शुरुआत 1958 में हुई थी और इसका उद्देश्य एशियाई व्यक्तियों और संगठनों द्वारा समाज सेवा, नेतृत्व और सार्वजनिक सेवा में किए गए उत्कृष्ट कार्यों को पहचान देना है।
- इसकी स्थापना Rockefeller Brothers Fund और फिलीपींस सरकार ने मिलकर 1957 में की थी।
- यह पुरस्कार हर साल 31 अगस्त को पूर्व फिलीपीनी राष्ट्रपति रैमॉन मैगसेसे की जयंती पर घोषित किया जाता है।
- पुरस्कार विजेताओं को प्रमाण पत्र और मैगसेसे की छवि वाली मेडल प्रदान की जाती है।
रैमॉन मैगसेसे कौन थे?
रैमॉन डेल फिएरो मैगसेसे फिलीपींस के सातवें राष्ट्रपति थे, जिनका जीवन साधारण पृष्ठभूमि से असाधारण नेतृत्व तक की कहानी है:
- जन्म: 31 अगस्त 1907, एक लोहार पिता और शिक्षिका मां के घर।
- शुरुआत: ऑटोमोबाइल मैकेनिक से गोरिल्ला लीडर तक।
- द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापानी कब्जे के खिलाफ फिलीपींस में प्रतिरोध का नेतृत्व किया।
- 1953 में राष्ट्रपति चुने गए लेकिन 1957 में एक विमान दुर्घटना में उनका निधन हो गया।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- एजुकेट गर्ल्स की स्थापना: 2007
- मुख्य कार्यक्षेत्र: राजस्थान, एमपी, यूपी जैसे ग्रामीण क्षेत्र
- मैगसेसे पुरस्कार की शुरुआत: 1958
- पहले भारतीय संगठन को सम्मान: एजुकेट गर्ल्स (2025)
- पूर्व भारतीय विजेता: अरविंद केजरीवाल, रवीश कुमार, सोनम वांगचुक, बेजवाड़ा विल्सन
एजुकेट गर्ल्स को मिला यह पुरस्कार न केवल भारत में लड़कियों की शिक्षा के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि यह इस बात का भी प्रमाण है कि जमीनी स्तर पर परिवर्तन लाने वाले प्रयास वैश्विक पहचान प्राप्त कर सकते हैं। यह सम्मान आने वाले समय में शिक्षा और लैंगिक समानता के क्षेत्र में और भी संगठनों को प्रेरित करेगा।